करोड़ों खर्च के बाद भी कई गांवों तक नहीं पहुंचा शुद्ध पेयजल
बगहा। तापमान बढ़ने के साथ ही लोगों के कंठ भी सूख रहे हैं। पर शुद्ध पेयजल लोगों को नहीं ि
बगहा। तापमान बढ़ने के साथ ही लोगों के कंठ भी सूख रहे हैं। पर, शुद्ध पेयजल लोगों को नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री के सात निश्चयों में शुमार हर घर नल-जल योजना पर भी कार्य हुआ है। जिससे कई वार्डों में लोगों को इस समस्या से मुक्ति मिली है। पर, कई टोलों तक इस योजना का पानी नहीं पहुंच सका है। जिससे कई गांवों के लोग अभी भी चापाकल के भरोसे हैं। तालाब व अन्य जलस्त्रोतों के जीर्णोद्धार से भू-गर्भ के गिरते जल स्तर पर रोक लगी है। जो सरकार के जल-जीवन-हरियाली योजना की देन है। इससे पहले इसकी भी स्थिति ठीक नहीं थी। कई तालाब सूख गए थे। चापाकलों में पानी जहां पहले 25 फीट पर उपलब्ध हो जाता था। वह 45 फीट पर चला गया। मोटर से टंकी भरने में 25 मिनट के बदले 50 मिनट लग रहे थे। इन सब पर रोक लग गई है। जिसका मुख्य कारण भू-गर्भ में जल स्तर के गिरावट को बताया जा रहा था। प्राकृतिक संसाधनों के दोहन, पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से पारिस्थितिकी असंतुलन को इसका मुख्य कारण बताया गया। पर, अब इन सब पर रोक लगी है। आहर, पइन व तालाबों के साफ सफाई से इसमें बीते वर्ष से कुछ सुधार दिख रहा है। काम नहीं आ रहे पीएचईडी के चापाकल प्रखंड के सभी 18 पंचायतों में पहले पीएचईडी विभाग से चापाकल लगाए गए थे। पर, यह सब खराब होते गए। आज इनकी स्थिति अच्छी नहीं है। इधर नल-जल योजना के आ जाने के बाद इस विभाग ने भी यह कार्य बंद कर दिया है। खराब पड़े चापाकलों को भी हटा दिया गया है। दोन के कई वार्डों में समुचित पेयजल का प्रबंध नहीं नल-जल योजना का कार्य प्रखंड में लगभग पूरा करने की बात कही जाती है। पर, दोन क्षेत्र में उर्जा की समस्या के कारण अभी तक इसका कार्य पूरा नहीं हो सका है। इस क्षेत्र के नौरंगिया व बनकटवा करमहिया पंचायत के करीब 12 से अधिक वार्ड के लोगों को अभी तक इस योजना से पानी नहीं मिल पा रहा है। इसे पीएचईडी विभाग से कराया जा रहा है। इस महीने तक सभी वार्डों में पानी पहुंचने की बात कही गई है। सभी कार्य सौर उर्जा के सहारे कराया जा रहा है। गुदगुदी के छह गांव भी हैं वंचित: कई गांवों में जहां नल का जल सुचारू रूप से मिल पा रहा है। वहीं कहीं पाइप लीकेज की समस्या भी सामने आ रही है। प्रखंड के धोकराहा पंचायत के कुछ वार्डों के अलावा गुदुगदी पंचायत के भैसहियां, चुरिहरवा, कचहरी टोला, भुईया टोला, मस्जिदिया टोला, हिरहरपुर गिरी टोला में इस योजना का लाभ भी लोगों को नहीं मिल सका है। कहते हैं ग्रामीण: प्रखंड के कुम्हिया गांव निवासी प्रवेश कुमार का कहना है कि नल-जल का कार्य कई जगह अधूरा है। इस योजना का पानी कई घरों तक नहीं पहुंच सका है। गुदगुदी के मनोज कहते हैं कि पंचायत के आधा दर्जन गांव शुद्ध पेयजल से वंचित हैं। दोन के शिवचरण काजी का कहना है कि क्षेत्र में कई जगह पाइप लाइन का काम भी नहीं पूरा हुआ है। इधर धोकराहा के अशोक कुमार का कहना है कि कई लोगों को सुचारू रूप से पानी नहीं मिल पा रहा है। मंकेश, सरफराज समेत अन्य ग्रामीणों की भी यही शिकायत है। बयान : प्रखंड में लगभग सभी जगह कार्य पूर्ण हो चुका है। पानी की सप्लाई सुचारू रूप से लोगों को मिले इसके लिए लगातार मॉनीटरिग हो रही है। सभी वार्ड क्रियान्वयन समिति व पंचायत के मुखिया को निर्देशित किया गया है।
जितेंद्र सिंह, बीडीओ