मदरसा में शिक्षक बहाली में अनियमितता को लेकर हंगामा, पहुंची पुलिस
बेतिया। पुरुषोत्तमपुर थाना क्षेत्र के परसा गांव में स्थित मंजरूल उलूम मदरसा में शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मियों की बहाली को लेकर नियमितता का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों एवं अन्य ने जमकर हंगामा किया।
बेतिया। पुरुषोत्तमपुर थाना क्षेत्र के परसा गांव में स्थित मंजरूल उलूम मदरसा में शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मियों की बहाली को लेकर नियमितता का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों एवं अन्य ने जमकर हंगामा किया। करीब दो घंटे तक मदरसा के गेट पर नोकझोंक होती रही। इसको लेकर आफरातफरी का माहौल रहा। मौके पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया।जब हंगामा पर उतारू लोग नहीं माने तो उन्होंने जानकारी थानाध्यक्ष को दी। जानकारी मिलते ही पुरूषोत्तमपुर थानाध्यक्ष कैलाश कुमार दल बल के साथ पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर कर शांत कराया। ग्रामीण मोहम्मद शाहनवाज, शेख बशीर, महमद सफीक, तौकीर आलम ,तौसीफ आलम ,अफरोज आलम, मोहम्मद मुर्तुजा आदि ने आरोप लगाया कि मदरसा कमेटी के द्वारा एक उर्दू अखबार में विज्ञापन निकाला गया था उसके अनुसार बहाली नहीं हो रही है। जब आम जनता ने बहाली के संबंध में बोर्ड के द्वारा जारी आदेश को दिखाने की मांग की तो हेड मौलाना ने दिखाने से इंकार किया। ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि पटना हाईकोर्ट और शिक्षा विभाग के विशेष सचिव के यहां मामला चल रहा है। जबकि मदरसे में दो-दो ट्रस्ट है । जब बहाली को लेकर मामला न्यायालय में चल रहा है तो किस परिस्थिति में बहाली की जा रही है। ग्रामीणों ने कहा कि इसका सीधा मतलब है कि अपने रिश्तेदार को रिश्वत के बल पर बहाली की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इधर, मदरसा के हेड मौलाना खुशलेहान ने बताया कि उर्दू अखबार में विज्ञापन निकाला गया था ।विज्ञापन के अनुसार बहाली की प्रक्रिया के लिए परीक्षा पूरी की जा रही है। ग्रामीणों का आरोप बेबुनियाद है। मदरसा में शिक्षक बहाली के लिए हुई परीक्षा इनरवा। मैनाटांड़ प्रखंड के परसा मरजदवा स्थित मदरसा मंजरुल उलूम में रविवार को बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड की ओर से शिक्षकों की बहाली के लिए परीक्षा ली गई। परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मदरसा मंजरुल उलूम के सचिव मोहम्मद अबुलैस ने बताया कि परीक्षा में सात रिक्त पदों के लिए कुल 158 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिसमें 66 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। जबकि 92 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। इसके उपरांत प्राप्त अंकों के आधार पर मेघा सूची तैयारी की जाएगी और उसमें से रिक्त पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।