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चार दिन बाद बेतिया- मैनाटांड़ मार्ग में यातायात बहाल

बाढ़ के चौथे दिन सिकरहना नदी का जलस्तर मंगलवार को कम हुआ। बेतिया-मैनाटांड़ मुख्य सड़क के गोपालपुर थाना के समीप से पानी उतर गया है। सुबह से सड़क मार्ग से यातायात बहाल हो सका है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 12:42 AM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 12:42 AM (IST)
चार दिन बाद बेतिया- मैनाटांड़ मार्ग में  यातायात बहाल
चार दिन बाद बेतिया- मैनाटांड़ मार्ग में यातायात बहाल

बेतिया । बाढ़ के चौथे दिन सिकरहना नदी का जलस्तर मंगलवार को कम हुआ। बेतिया-मैनाटांड़ मुख्य सड़क के गोपालपुर थाना के समीप से पानी उतर गया है। सुबह से सड़क मार्ग से यातायात बहाल हो सका है। लेकिन धनकुटवा पंचायत के नरकटिया, बैशखवा पंचायत के झखरा, छरदवाली, सरगटिया पंचायत के मगलहिया, सुंदरगांवा, विरईठ, पुरैना पंचायत के महेशडा, कदमवां, खापटोला, सोनवर्षा आदि गांव का सरेह अभी जलमग्न है। इन गांवों के संपर्क सड़क से भी बाढ़ का पानी उतर गया है। सिकरहना के बाढ़ से सड़कें दर्जनों जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे आवागमन में भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों को शुद्ध पेयजल के भी लाले है। बाढ़ की स्थिति गंभीर होने को लेकर नलजल योजना के नलों का पानी भी नहीं मिल रहा है। कारण बोरिग तक जाने का भी उपाय नहीं हो पा रहा है। जैसे-जैसे बाढ़ का पानी कम हो रहा है। वैसे ही फसलों के सड़न से दुर्गंध निकलने लगा है। जिससे महामारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। इस बीच प्रशासनिक अधिकारियों के सुध नही लेने से लोगों में आक्रोश है। मगलहिया के सुबोध मुखिया, महेशडा के वार्ड सदस्य रम्भू सहनी, पुरैना पंचायत के पैक्स अध्यक्ष रामभूषण दास आदि ने कहा कि प्रखंड का दक्षिणी इलाका छह दिनों से बाढ़ में डूबा हुआ है पर कोई पूछने वाला तक नही है।

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