पीएम से बात कर धीरज गदगद, सेना में भर्ती हो करना चाहता देश की सेवा
बेतिया। योगापट्टी प्रखंड के चौमुखा पंचायत की वार्ड संख्या छह निवासी राजबली यादव के पुत्र धीरज कु
बेतिया। योगापट्टी प्रखंड के चौमुखा पंचायत की वार्ड संख्या छह निवासी राजबली यादव के पुत्र धीरज कुमार प्रधानमंत्री से बात कर खुशी से झूम रहा है। उसका कहना है कि प्रधानमंत्री से बात कर मैं गौवान्वित हूं। मेरे जैसे गरीब बच्चे के लिए प्रधानमंत्री से बात करना सौभाग्य की बात है। उन्होंने जब मेरी वीरता की बखान की तो अच्छा लगा और जीवन में कुछ करने की प्रेरणा मिली। धीरज बड़्रा होकर सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहता है। उसकी उपलब्धि से पूरे गांव में उत्सव का माहौल है।शाम में अपने- माता पिता के साथ जब धीरज घर पहुंचा तो गांव के लोग उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे। हालांकि प्रधानमंत्री से सम्मान मिलने के बाद धीरज और उसके माता- पिता से डीएम कुंदन कुमार ने भी बातचीत की और वीर बालक की सराहना की। डीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार नवाचार, वीरता, शैक्षणिक उपलब्धि, समाज सेवा, कला और संस्कृति तथा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 05-18 आयुवर्ग के बच्चों को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार में पदक, प्रशस्ति पत्र के साथ एक लाख रुपये की राशि दी जाती है। डीएम ने धीरज को शुभकामनाएं दी । उन्होंने कहा कि पुरस्कार की राशि से अच्छे तरीके से पढ़ाई-लिखाई करों और देश की सेवा करों। डीएम ने बताया कि धीरज को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करने हेतु अनुशंसा भेजने का निदेशक सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई, पश्चिम चम्पारण को दिया गया। पूरी घटना की जांच सहित ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया करने के उपरांत जिला प्रशासन द्वारा धीरज को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित करने हेतु अनुशंसा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार को भेजी गई।
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भाई को बचाने के लिए लगाई जान की बाजी बीते 01 सितंबर को योगापट्टी के चौमुखा गांव निवासी राजबली यादव के दो पुत्र धीरज कुमार (13)और नीरज कुमार (11) भैंस चराने के लिए गंडक दियारे में गए थे। गंडक नदी के छाड़न में छोटा भाई नीरज भैंस को नहालने के लिए गया। इसी दौरान मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया। छोटे भाई पर मगरमच्छ का प्राणघातक हमला देख बड़ा भाई भी पानी में छलांग लगा दी। दोनों भाईयों ने करीब 10 मिनट तक मगरमच्छ से लड़ाई की। मगरमच्छ को हरा कर धीरज ने अपने छोटे भाई नीरज की जान बचा ली। हालांकि इस दौरान दोनों भाई गंभीर रूप में घायल भी हो गए थे। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करीब एक सप्ताह तक दोनों का इलाज भी चला था। इस घटना के बाद धीरज ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, 2022 के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। मामले की जांच के बाद डीएम कुंदन कुमार ने धीरज की बहादूरी की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार, 2022 देने की अनुशंसा की थी।