पिता के वादे को पुत्र ने किया पूरा, छठ घाट के लिए दी जमीन
ठकराहां, समानता का परिचायक बना है बेलवारी पट्टी छठ घाट । उक्त छठ घाट पर सबके लिए एक सामान एक ऊंचाई वाला व एक रंग में छठ प्रतिमा ( सिरसोपता ) का निर्माण करवाया गया है ।
बगहा। ठकराहां, समानता का परिचायक बना है बेलवारी पट्टी छठ घाट । उक्त छठ घाट पर सबके लिए एक सामान एक ऊंचाई वाला व एक रंग में छठ प्रतिमा ( सिरसोपता ) का निर्माण करवाया गया है । पहले बेलवारी पट्टी घाट पर व्रतियों के बैठने व मेला लगाने का पर्याप्त जगह नहीं होने से स्थल में परिवर्तन किया गया है । घाट परिवर्तन के लिए बेलवारीपट्टी निवासी मनोज तिवारी के स्वर्गीय पिता कमला तिवारी ने अपना कीमती जमींन दान में देकर छठ घाट का निर्माण कराने का का विचार रखा । जमीन दान में देने के कुछ ही दिनों बाद वे स्वर्ग सिधार गए । पिता के अरमानों को पूरा करने के लिए पुत्र मनोज ने घाट निर्माण के लिए जमीन दिया। पंचायत के सहयोग से पूर्व वर्ष से ही छठ प्रतिमा बनाने का कार्य प्रारम्भ था । जो इस वर्ष पूर्ण हो गया है। यहां अमीर गरीब सभी को एक साथ बैठकर पूजा करने अवसर मिलेगा। सबों के लिए एक समान प्रतिमा का निर्माण कराया गया है। घाटों की सफाई में जनप्रतिनिधियों का योगदान
प्रखंड क्षेत्र के मलाही टोला बांसी नदी के तट पर छठ घाट की सफाई कोईरपट्टी मुखिया मदन साह ने लोगों सहयोग से कराया । ठकराहा का परसौना छठ घाट की साफ सफाई का कार्य मुखिया प्रतिनिधि वीरेंद्र तिवारी ने कराया । अन्य पंचायतों में भी वहां के पंचायत जनप्रतिनिधियों के सहयोग से घाटों की साफ - सफाई का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। व्रतियों की सुविधा के लिए जनप्रतिनिधि हर संभव कोशिश करने को तत्पर हैं। घाट परिवर्तित करने की संभावना जागिरहा पंचायत के गंडक नदी तट पर छठ व्रत करने वाले श्रद्धालुओं को बदलना पड़ सकता है स्थल। आलम यह है कि प्रत्येक वर्ष जहां छठ पूजा होता था उस जगह पर तटबन्ध को बचाने के लिए बिल्डर कैरे¨टग का कार्य किया गया है साथ ही वहां नदी तट पर ही गहराई काफी है । इस लिहाज से स्थल में परिवर्तन मुनासिब होगा । समाजसेवी कृष्ण मुरारी तिवारी ने बताया कि नदी तट पर आज स्थल चिन्हित करने के उपरान्त नदी तट पर बांस बल्ली से बैरिके¨डग करने के साथ सुरक्षा का हर इन्तजाम किया जाएगा। जिससे व्रती को किसी प्रकार का कोई दिक्कत नहीं आये । वही भतहवा घाट पर भी साफ सफाई के साथ छठ प्रतिमा की रंग रोगन का कार्य कराया जा रहा है ।