हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजे शिवालय, जलाभिषेक को उमड़े श्रद्धालु
महाशिवरात्रि के दिन शिवालयों में जुटी भक्तों की भीड़ ने यह साबित कर दिया कि आस्था के आगे सब कुछ बौना है। श्रद्धालुओं ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को दरकिनार करते हुए हर-हर महादेव के नारे के साथ मंदिरों में जलाभिषेक किया और माथा टेका।
बगहा । महाशिवरात्रि के दिन शिवालयों में जुटी भक्तों की भीड़ ने यह साबित कर दिया कि आस्था के आगे सब कुछ बौना है। श्रद्धालुओं ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को दरकिनार करते हुए हर-हर महादेव के नारे के साथ मंदिरों में जलाभिषेक किया और माथा टेका। पुरुषों से आगे महिलाएं रहीं। नगर के पक्की बावली, बाबा विश्वंभरनाथ, बड़गाव स्थित शिव मंदिर समेत दर्जनों मंदिर पर सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
भारत नेपाल सीमा पर जटाशंकर मंदिर, कौलेश्वरनाथ, हरनाटांड़ के सुंदरा महादेव मंदिर के साथ अमलोरवा कुट्टी, टड़वलिया मंदिर के साथ अनुमंडल परिसर में स्थित महादेव मंदिर, नगर के पक्की बावली परिसर में बाबा विश्वंभरनाथ मंदिर, बड़गांव के शिवालय के साथ रामनगर के नर्मदेश्वर महादेव व गोबर्धना स्थित शिव मंदिर के साथ तमाम देवालयों व शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। लोग हाथों में फूल, फल, भांग, धतूरा, जलपात्र व दूध पात्र लेकर मंदिर की ओर जाते दिखे।
प्रमुख मंदिरों पर पुलिस तैनात थी। प्रशासन की ओर से दंडाधिकारियों की भी नियुक्ति थी, ताकि विधि व्यवस्था को संयमित करने में परेशानी न हो। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जटाशंकर स्थान सहित विभिन्न भीड़ भाड़ वाले संभावित स्थलों पर एक एंबुलेंस के साथ चिकित्सक एएनएम व परिचारी सहित स्वास्थ्य कर्मियों की टीम आवश्यक दवाओं के साथ उपस्थित रही। कोरोना गाइडलाइन के पालन में ढिलाई
महाशिवरात्रि पर कोरोना गाइडलाइन के पालन में ढिलाई दिखी। पक्की बावली स्थित मंदिर पर बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं के मुंह पर न मास्क था और न ही शारीरिक दूरी का पालन किया गया। यही हाल अन्य मंदिरों पर भी था। वहीं कुछ लोगों ने कोरोना गाइड लाइन का पालन भी किया। नगर के स्वामीनाथ प्रसाद, किरण कुमार, गुंजन कुमार आदि ने भीड़ खत्म होने के बाद ही दर्शन किया।