पुरैना शिवमंदिर, चनपटिया
प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर पश्चिम स्थित पुरैना गांव में वर्षों पुराना इस शिव मंदिर की ख्याति व ऐतिहासिक महत्व है। सावन माह में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उत्तरवाहिनी से जल भोजी कर यहां भोले शंकर को अर्पित करते हैं।
प्रखंड मुख्यालय से दो किलोमीटर पश्चिम स्थित पुरैना गांव में वर्षों पुराना इस शिव मंदिर की ख्याति व ऐतिहासिक महत्व है। सावन माह में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उत्तरवाहिनी से जल भोजी कर यहां भोले शंकर को अर्पित करते हैं। मंदिर का इतिहास समाजसेवी स्व. मालिक मिश्र के आवास के पास 1937 में स्व. पंचानंद मिश्र द्वारा यह शिव मंदिर स्थापित हुआ। पूर्व में यहां भव्य मंदिर था, जो 1934 के भूकंप में जमींदोज हो गया था। मंदिर बनारस से लाए गए शिला से निर्मित है। इधर सन 2015 से सेवानिवृत शिक्षक व शिव भक्त मुकुंद मणि मिश्र एवं उनके परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से मंदिर का कायाकल्प किया है। रंग रोगन से लेकर मंदिर में पूजा-पाठ व अन्य धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया है।
मंदिर की विशेषताएं बताते है कि इस शिव मंदिर में जो भी सच्चे मन से भोले बाबा से आरजू की। उनकी मुरादे अवश्य ही पूरी हुई। मंदिर का परिसर देखते ही बनता है। यहां एक बड़ा तालाब है। जहां विभिन्न प्रकार की पक्षियां कलरव करती रहती है। जिससे यहां की छंटा में चार-चांद लगा रहता है।
सावन की तैयारी
ऐतिहासिक मेला चौक शिवमंदिर में वैसे तो सालोंभर श्रद्धालु भक्तों की भीड़ लगी रहती है। मगर सावन में भक्तों की भीड़ कुछ ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए सावन में विशेष तैयारी की जाती है, ताकि किसी श्रद्धालु को परेशानी नहीं हो सके। श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल किया जाता है।
इनसेट
पुजारी हीरा लाल दूबे लंबे समय से पुजारी की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि भोले शंकर की कृपा यहां ग्रामीण पर हमेशा रहती है। यहां खुशहाली है तथा सोमवार, शुक्रवार को जल चढ़ाते भक्तों पर भोले बाबा का आशीर्वाद फलता-फूलता है।
इनसेट
शिवक्त मुकुंद मणि मिश्र कहते हैं कि पुरैना शिव मंदिर व भोले बाबा की कृपा से इस टोले के लोग नशा से मुक्ति पा लिए है। महिलाओं की विशेष पूजा-अर्चना से यह चमत्कार से कम नहीं है। मंदिर टोला में समाज के हासिएं पर रहने वाले लोग शराब से तौबा कर लिया है और प्राय: सभी घरों में भोले बाबा की कृपा से खुशहाली का आलम है। श्री मिश्र ने बताया कि यहां सच्चे मन से आरजू विनती करने वाले भक्तों की फरियाद अवश्य पूरा होता है।