ठंड से 25 फीसद बढ़ी मरीजों की संख्या
लगातार गिर रहे तापमान से बढ़ते ठंड ने आम लोगों के जीवन पर अपना प्रभाव डालना शुरू कर दिया है। ठंड के कारण अस्पताल में सर्दी खांसी जुकाम उच्च रक्तचाप की शिकायतें कुछ अधिक मिल रही है।
बेतिया । लगातार गिर रहे तापमान से बढ़ते ठंड ने आम लोगों के जीवन पर अपना प्रभाव डालना शुरू कर दिया है। ठंड के कारण अस्पताल में सर्दी, खांसी, जुकाम, उच्च रक्तचाप की शिकायतें कुछ अधिक मिल रही है। ऐसे रोगों से ग्रसित मरीजों का अपेक्षाकृत अस्पताल में पहुंचना शुरू हो गया है। नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल में जहां औसतन मरीजों की संख्या सौ रही। वहीं अब बढ़ती ठंड में मरीजों की संख्या 125 के करीब में पहुंच गई है। चिकित्सकों ने बताया कि ठंड बढ़ने के साथ कोल्ड डायरिया, फीवर, दर्द जैसी बीमारियों की संभावना को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने तैयारी की है। ऐसे में लोगों को भी अपने स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील रहने की जरूरत है। किसी प्रकार की लापरवाही का खामियाजा उन्हे बड़ी बीमारी के साथ भुगतना पड़ सकता है। उधर बढ़ती ठंड में अस्पताल के दरवाजे और खिड़कियों का टूटना होना भी मरीजों के लिए कष्टदायक साबित हो सकता है। बता दें कि दूर दराज से मरीज यहां इलाज के लिए पहुंचते है। इमरजेंसी की स्थिति में मरीजों को कई घंटों तक अस्पताल में रखा भी जाता है। जबकि भवन की अनगिनत खिड़कियां टूटी हुई है। ठंड का सीधा असर पड़ता है। वहां इलाज कराने पहुंची रीता देवी और बंधु मुखिया ने बताया कि अधिक ठंड में एक तरफ डॉक्टर मरीज का इलाज करेंगे तो दूसरी तरफ टूटी खिड़की उनके लिए परेशानी पैदा करेंगी। अस्पताल प्रशासन को चाहिए कि बढ़ते ठंड को देखते हुए अस्पताल की टूटी खिड़कियों और गेटों का मरम्मत समय से कराया जाए। ताकि मरीज सुरक्षित इलाज करा सकें । बढ़ती ठंड में लोगों को सुरक्षा का पूरा ध्यान देना अनिवार्य है। बढ़ती ठंड के कारण सर्दी जुकाम, ब्लड प्रेशर का हाई होना जैसी बीमारियों का जन्म होता है। ऐसे में गर्म पानी का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए। गर्म पानी सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा।
डॉ शिवकुमार
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी