सीमांचल में नेपाल बना रहा तीन हेलीपैड, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
वाल्मीकिनगर से सटे नेपाली क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास नेपाल सरकार हेलीपैड बना रहा है। नवलपरासी जिले के नरसही गाविस के वार्ड नंबर चार में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय क्षेत्र के ठीक सामने नेपाल ने अपने इलाके में गंडक नदी के पास एक हेलीपैड तैयार कर रहा है।
बगहा । वाल्मीकिनगर से सटे नेपाली क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास नेपाल सरकार हेलीपैड बना रहा है। नवलपरासी जिले के नरसही गाविस के वार्ड नंबर चार में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय क्षेत्र के ठीक सामने नेपाल ने अपने इलाके में गंडक नदी के पास एक हेलीपैड तैयार कर रहा है। इसके साथ ही यहां अस्थायी टिन शेड का निर्माण भी किया जा रहा है। जिसमें तत्काल यहां काम करने वाले मजदूर रहेंगे। दोनों देशों के बीच बढ़ी रार के बीच नेपाल सरकार के इस कदम के बाद कई कयास लगाए जा रहे हैं। इससे पहले गंडक बराज पर नेपाली आर्मी अस्थायी चौकी का निर्माण कराया गया था। सीमांचल में बढ़ी गतिविधियों को देखते हुए एसएसबी अलर्ट पर है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त बढ़ा दी है। सूत्रों की माने तो वाल्मीकिनगर सीमा क्षेत्र से सटे नेपाली क्षेत्र में तीन हेलीपैड जिसमें एक नरसही गांव तथा दूसरा त्रिवेणी के पास निर्माणाधीन है। जबकि तीसरे हैलीपैड का निर्माण उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के समीप लगभग 8 से 10 किलोमीटर की दूरी पर हो रहा है। पहला हेलीपैड नरसही गांव के चार नंबर वार्ड में तो दूसरा हेलीपैड त्रिवेणी में आर्मी कैंप के पास तथा तीसरा नवलपरासी जिला के उज्जैनी में तैयार किया जा रहा है। जहां से उत्तर प्रदेश की सीमा लगती है। सूत्रों की माने तो समय आने पर इन हेलीपैड का उपयोग नेपाली सेना के द्वारा किया जा सकता है। बताते चलें कि भारत नेपाल के साथ बेटी रोटी का संबंध है। बावजूद इसके बीते दिनों दोनों देशों के बीच बढ़ी तल्खी के कारण सीमांचल में तनाव की स्थिति है। नेपाली सरकार इस तरह के कार्य को अंजाम दे रही है, जो चिता का विषय है। इस बाबत सशस्त्र सीमा बल 21 वीं वाहिनी के सेनानायक राजेंद्र भारद्वाज ने दूरभाष पर बताया कि ऐसी सूचना प्राप्त हुई है। इसकी सूचना एसएसबी के वरीय अधिकारियों को दे दी गई है। एसएसबी के जवान लगातार चौकसी बरत रहे हैं।