Salman Khan House Firing Case : घर लौटे प. चंपारण के गिरफ्तार 7 युवक, लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के शूटरों से था कनेक्शन
Salman Khan House Firing Case सलमान खान के घर हुई फायरिंग मामले में पूछताछ के लिए मुंबई ले जाए गए पश्चिमी चंपारण के मसही गांव के सात युवक दसवें दिन घर लौट आए हैं। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जरूरी पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया। क्राइम ब्रांच ने उनसे गिरफ्तार शूटर सागर पाल और विक्की गुप्ता के बारे में जानकारी ली।
जागरण संवाददाता, नरकटियागंज/ गौनाहा (पश्चिम चंपारण)। Salman Khan House Firing Case: सलमान खान के घर फायरिंग मामले में पूछताछ के लिए मुंबई ले जाए गए पश्चिमी चंपारण के मसही गांव के करीब आधा दर्जन युवक दसवें दिन घर लौट आए हैं। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच उनसे आवश्यक पूछताछ की।
क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार शूटर सागर पाल और विक्की गुप्ता के बारे में जानकारी ली। उसके बाद पूछताछ के लिए ले जाए गए युवकों को घर लौटने के लिए अवध एक्सप्रेस का टिकट बनवाकर और उन्हें रास्ते में खाने के लिए सात सात सौ रुपये देकर सकुशल घर भेज दिया है।
अंकित कुमार ने बताया कि लौटते समय जांच अधिकारियों ने यह सीख दी कि दो शाम खाना खाए बगैर रह जाना, लेकिन बिश्नोई गिरोह से कभी नहीं जुड़ना। युवकों के गांव लौटने के बाद उनके परिजनों की बेचैनी खत्म हो गई है। सभी युवा अपने-अपने घर परिवार के काम में लग गए हैं।
मुंबई पुलिस ने इन युवकों को किया था गिरफ्तार
बता दें कि 23 अप्रैल को गांव के संजीत चौहान, खलीफ, अंकित कुमार, सुनील कुमार और विकास कुमार को मुंबई पुलिस अपने साथ ले गई। शूटर विक्की के भाई सोनू को क्राइम ब्रांच ने चंडीगढ़ के सण्डी मंडी से 16 अप्रैल को ही मुंबई पूछताछ के लिए ले गई थी।
विक्की के बारे में की पूछताछ
सोनू ने बताया कि हमसे दो दिन विक्की के बारे में पूछा गया। वह क्या करता है? बाहर कब से रहता है? मुझे जितनी जानकारी थी, उन्हें बताया। हमें अच्छे होटल में रखा गया था। खाने पीने की व्यवस्था भी अच्छी थी।
खातों के बारे में भी हुई पूछताछ
अंकित चौहान ने बताया कि हमसे खाते से संबंधित पूछताछ की गई। कितने पैसा का ट्रांसफर हुआ है। किसने पैसा ट्रांसफर किया। सागर और विक्की के बारे में भी जानकारी ली गई।
संजीत चौहान ने क्या कहा?
संजीत चौहान ने बताया कि हम घर पर मजदूरी करते है। होली के बाद विक्की और सागर ने मुंबई जाने के लिए मेरा भी टिकट बनवाया था। लेकिन अनजान जगह पर काम करने में हमको डर लगा। इसी कारण से हम वहां नहीं गए।
सागर और विक्की के बारे में हमें पता भी नहीं था कि ये बिश्नोई गिरोह से जुड़े हुए हैं। बाहर जाने में मेरा डर मुझे बचा लिया और मैं गांव से बाहर गया ही नहीं।
सागर-विक्की के बारे में संजीत ने क्या बताया
संजीत ने बताया कि जांच टीम द्वारा पूछने पर बताया कि सागर और विक्की गांव के हैं, इसलिए उनसे जान पहचान है। बाहर की दुनिया में क्या कर रहे थे, इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है। मामले में पूछताछ के बाद गांव का दीपू गिरी भी घर लौट आया है।
अंकित, सोनू और संजीत ने बताया कि पूछताछ पूरी हो गई तो मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने हमें ताज होटल, ब्रिज, समुद्र के किनारे लहरों का आनंद लेने के लिए भ्रमण कराया।
उधर, मुखिया प्रतिनिधि सोवालाल महतो ने बताया कि जब जब मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच पहुंची, उसे पूरा सहयोग किया गया। गांव के उन सात युवकों ने भी पूछताछ में अपेक्षित सहयोग किया। जिसके बाद सभी युवक सकुशल घर लौट आए हैं। अपने-अपने काम धंधे में लग गए हैं।
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