बदलेगी मेडिकल कॉलेज की सूरत, बढ़ाएं आइसोलेशन वार्ड में आइसीयू बेड
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बुधवार को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बेतिया का निरीक्षण किया। आइसोलेशन वार्ड आपात कक्ष आइसीयू विभिन्न वार्डो की व्यवस्था से अवगत हुए।
बेतिया । स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बुधवार को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बेतिया का निरीक्षण किया। आइसोलेशन वार्ड, आपात कक्ष, आइसीयू, विभिन्न वार्डो की व्यवस्था से अवगत हुए। मरीजों के परिजनों से भी बात कर फीडबैक लिया। मौके पर उपस्थित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। दवा एवं चिकित्सकों की कमी को दूर करने का भरोसा दिया। भवन निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर की। निर्माण एजेंसी एलएनटी के अधिकारियों को जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया।
प्रधान सचिव ने कहा कि परिजनों से फीडबैक प्राप्त करने पर कई तरह की जानकारी प्राप्त हुई है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में काफी सुधार हुए हैं। कुछ कमी है जिसे जल्द ही सुधार लिया जाएगा। निरीक्षण को लेकर कॉलेज एवं अस्पताल परिसर में पूरे दिन हड़कंप का माहौल रहा। मौके पर स्वास्थ सचिव लोकेश कुमार सिंह, डीएम कुंदन कुमार , एसपी निताशा गुड़िया, प्राचार्य डॉ विनोद प्रसाद, अधीक्षक डॉ प्रमोद कुमार तिवारी, एसडीएम विद्यानंद पासवान, स्वास्थ्य प्रबंधक मोहम्मद शाहनवाज आदि उपस्थित रहे।
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इनसेट
विद्युत आपूर्ति के लिए बनेगा सब स्टेशन
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति सप्लाई के लिए अस्पताल परिसर में ही डेडीकेटेड पावर सब स्टेशन होगा। इसके लिए प्रधान सचिव ने एलएनटी के अधिकारियों से बात करते हुए खास निर्देश दिया। प्रधान सचिव ने एलएनटी के अधिकारियों से डेडीकेटेड पावर सब स्टेशन की जानकारी प्राप्त की। इसका काम जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। बताया जाता है कि डेडीकेटेड पावर सबस्टेशन चालू होने से अस्पताल परिसर में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति बहाल हो सकेगी।
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आउटसोर्सिंग कर्मियों ने कहा, मिले संविदा कर्मी का दर्जा
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत कर्मियों ने प्रधान सचिव से मिलकर संविदा कर्मी का दर्जा देने की मांग की। कर्मियों ने कहा कि कोरोना काल में वे फ्रंट पर काम कर रहे हैं। आइसोलेशन से लेकर विभिन्न वार्ड में उनकी तैनाती की गई है। बावजूद उन्हें वेतन के रूप में काफी कम राशि प्राप्त होती है। नौकरी के भी कोई गारंटी नहीं है। कर्मियों ने प्रधान सचिव से गुहार लगाते हुए संविदा कर्मी का दर्जा देने, वेतन बढ़ाने और सेवा स्थाई करने की मांग की। कर्मियों का अनुसार इस पर अधिकारियों ने सकारात्मक आश्वासन दिया है।