मनोर व भापसा पहाड़ी नदी में बनेगा बाघों के लिए कॉरिडोर
बगहा । वीटीआर के वन क्षेत्र होकर गुजरी विभिन्न पहाड़ी नदियों में अब बाघों समेत अन्य जानवरों के लिए कॉ
बगहा । वीटीआर के वन क्षेत्र होकर गुजरी विभिन्न पहाड़ी नदियों में अब बाघों समेत अन्य जानवरों के लिए कॉरिडोर बनेगा। ताकि जानवर आसानी से नदी को पार कर अपने अधिवास क्षेत्र आ जा सकें। इसको लेकर राज्य वन मुख्यालय के निर्देश पर वाल्मीकि टाईगर रिजर्व प्रशासन ने वन क्षेत्र होकर गुजरी पहाड़ी नदियों के मार्ग का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। इस दौरान वीटीआर के फिल्ड डॉयरेक्टर एस चन्द्रशेखर के नेतृत्व में वन अधिकारीयों की टीम मनोर व भापसा पहाड़ी नदी का सर्वेक्षण कर जानवरों की गतिविधि और मोमेन्ट का हाल जाना। फिल्ड डायरेक्टर एस चन्द्रशेखर ने बताया कि जंगल क्षेत्र होकर गुजरी कुछ प्रमुख पहाड़ी नदियों को जहां जानवरों की चहलकदमी होती है। उन नदियों को चिन्हित कर जानवरों के लिए कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तथा सरकार व वन मुख्यालय ने हरी झंडी दे दिया तो इन पहाड़ी नदियों के मार्ग में जानवरों की दहाड़ लोगो को सुनने को मिलेगा। टाईगर रिजर्व वन प्रमण्डल दो के डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि वीटीआर के इस वन प्रमंडल से गुजरी जो पहाड़ी नदियां बाघों समेत विभिन्न प्रजाति के जानवरों के लिए अधिवास व रास्ता सुलभ हो जाएगा। उन नदियों को चिन्हित और सर्वेक्षण किया जा रहा है। इसका प्रस्ताव राज्य व केंद्र सरकार के वन मुख्यालय व एनटीसीए को भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही पहाड़ी नदियों में जानवरों के लिए रोपवे कॉरिडोर बनाने का काम शुरू हो जायेगा। उन्होंने ने बताया कि कॉरिडोर के लिए वन प्रमंडल दो मे तीन चार नदियों को चिन्हित किया गया है।