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वीटीआर में तेंदुओं की संख्या में इजाफा, 100 पार

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में आजकल तेंदुओं की दहाड़ अधिक सुनाई दे रही है। जिससे वन महकमा उत्साहित है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 12:50 AM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 12:50 AM (IST)
वीटीआर में तेंदुओं की संख्या में इजाफा, 100 पार
वीटीआर में तेंदुओं की संख्या में इजाफा, 100 पार

बगहा। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में आजकल तेंदुओं की दहाड़ अधिक सुनाई दे रही है। जिससे वन महकमा उत्साहित है। वन अधिकारी वीटीआर में तेंदुओं के बढ़ते मूवमेंट को उनकी बढ़ती संख्या से जोड़ कर देख रहे हैं। वर्तमान में तेंदुओं की संख्या 100 के पार हो गई है। आमतौर पर तेंदुआ इंसानों से दूरी बनाए रखता है। लेकिन भोजन की तलाश में वो रिहायशी इलाके में घुस जाते हैं। कुछ सालों से शिकार पर सख्ती हुई तो इनकी संख्या में इजाफा होने लगा है। इस बाबत वाल्मीकि नगर रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि तेंदुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। वनवर्ती गांवों में तेंदुओं की पसंद वाले जानवर होने के चलते वो वहां पर आ रहे हैं। यह एक अच्छी खबर है। हालांकि तेंदुओं की गणना नहीं होती है। लेकिन वीटीआर में लगे कैमरों में इनकी संख्या में इजाफा हुआ है। पहले इनकी संख्या 50 थी। अब 100 के पार हो गई है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व एवं चितवन नेशनल पार्क आपस में जुड़ा हुआ है और दोनों जगह से जंगली जानवरों का आना जाना लगा रहता है। वीटीआर में रहने वाले वन्य प्राणियों का सड़क पर आना आम बात है। बाघ भी जंगल से निकलकर कई बार सड़क पर चहल कदमी करते नजर आते हैं। लेकिन तेंदुआ पिछले काफी समय से सड़क पर दिखाई दे रहा है । वीटीआर में विभिन्न प्रजातियों के वन्य प्राणी निवास करते हैं। जिसके चलते लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। लगभग 900 वर्ग किलोमीटर में फैला वीटीआर वन्य प्राणियों का घर है। इसलिए वन्य प्राणी कहीं भी किसी भी समय आ जा सकते हैं। उन पर किसी प्रकार का बंधन नहीं है। वीटीआर के वनवर्ती क्षेत्र में इन दिनों तेंदुओं की हलचल काफी बढ़ गई है। वन्य क्षेत्र होने से यहां हर प्रकार के वन्य जीव विचरण करते है। इन दिनों तेंदुओं द्वारा बकरी का शिकार बड़े पैमाने पर किया गया है।वहीं मादा तेंदुए के साथ शावक भी देखे गए हैं। इस बाबत प्रकृति प्रेमी मनोज कुमार ने बताया कि जब मादा तेंदुए के साथ उसके शावक हो तब वह खतरनाक हो जाती है। अपने बच्चों पर खतरा जान इंसानों पर हमला कर सकती है। इस मौसम में पर्यटकों का आना जाना भी जंगल क्षेत्र में बढ़ गया है। जितना सुंदर जंगल, उतना खतरनाक वीटीआर:

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खूबसूरत वन क्षेत्र होने के कारण फोटोग्राफी और प्राकृतिक की गोद में घूमने का आनंद लेने वाले सैलानी अक्सर वीटीआर से आकर्षित होकर वाल्मीकि नगर आते हैं। यह वन क्षेत्र जितना सुंदर है उतना खतरनाक भी है। वैसे तो कभी जंगली जानवर हमला नहीं करते हैं, पर कुछ विशेष कारणों से यह इंसानों पर हमला भी कर देते हैं। इससे न केवल सावधान रहने की जरूरत है बल्कि फोटो के शौकीन जो बिना जानकारी जंगल में फोटो खिचने चले आते हैं। उन्हें भी सावधान रहना होगा। तेंदुए की संख्या बढ़ी है। इस वजह से उसका मूवमेंट भी बढ़ रहा है। अगर वह कहीं दिखता है तो वहां से हट जाएं। वन विभाग के अफसरों को जानकारी दें।


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