अच्छी तैयारी हो तो जीव विज्ञान में नब्बे फीसदी से ज्यादा अंक संभव
बेतिया । इंटर की परीक्षा की तिथि नजदीक आ रही है परीक्षार्थियों को चिता सताने लगी है।
बेतिया । इंटर की परीक्षा की तिथि नजदीक आ रही है, परीक्षार्थियों को चिता सताने लगी है। कम समय में कैसे करें तैयारी, कौन सी किताबें पढ़े, कितने घंटे पढ़े आदि सोच कर परेशान हो रहे हैं। इन्हीं समस्याओं को लेकर जीव विज्ञान के शिक्षक व चाणक्य क्लासेस के निदेशक मनमीत कुमार ने इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों को सफलता के कई टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि जीव विज्ञान की परीक्षाएं स्कोरिग होती है और इसमें आसानी से अच्छे अंक अर्जित किए जा सकते हैं। वास्तव में कहें तो अगर अच्छी तैयारी हो, तो इसमें 90 फीसद से ज्यादा अंक प्राप्त करना आसान है। इसमें कन्सेप्ट का क्लियर होना जरूरी है। परीक्षा में उच्च स्कोर के लिए विषय वस्तु पर पकड़ जरूरी है। जीवविज्ञान में कुल 100 अंक पूछे जाते हैं। जिसमें प्रायोगिक परीक्षा 30 अंकों का एवं सैद्धांतिक परीक्षा 70 अंकों का होगा। ऐसे में परीक्षा शुरू होने में अब कम समय रह गया है। ऐसे में तैयारी करना चुनौती है। जो विद्यार्थी नियमित अभ्यास में हैं वैसे विद्यार्थियों को पुनरावृति करने की जरूरत है। जिनकी तैयारी नहीं हो सकी है वैसे विद्यार्थी मॉडल सेट की प्रैक्टिस जरूर करें। बदले हुए परीक्षा पैटर्न में छात्र थोड़ी सी सूझबूझ एवं कड़ी मेहनत से अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का जवाब ओएमआर सीट पर देना है। इसके लिए बाजार में ओएमआर का प्रारूप उपलब्ध है। मॉडल सेट में से प्रत्येक सेट को तीन घंटे के भीतर हल करने का अभ्यास करना चाहिए। ताकि परीक्षा हॉल में होने वाली घबराहट को कम किया जा सके। ध्यान रहे कि ओएमआर सीट केवल काली एवं नीली रंग के बॉल पेन से भरा जाएगा। किसी भी स्थिति में इस पर व्हाइटनर का प्रयोग नहीं करना है।
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चित्र के नियमित अभ्यास से मिलते हैं पूरे अंक
जीव विज्ञान में चित्र महत्वपूर्ण होते हैं जिसे नामांकन के साथ साथ नियमित अभ्यास करने से अंक पूरे मिलते हैं। परीक्षा में चित्र का संपूर्ण भाग बनाने की जगह एक तिहाई भाग ही बनाने से पूर्ण अंक मिलेंगे। बशर्तें विभिन्न अंगों का नामांकन जरूर करें। वहीं जीव विज्ञान में पर्यावरण, पारिस्थितिकी, जैव प्रौद्योगिकी एवं उसके उपयोग, दैनिक जीवन में सूक्ष्म जीव का अनुप्रयोग, अनुवांशिकी, स्वास्थ्य एवं रोग का गहन अध्ययन जरूरी है। इन टॉपिक का बारीकी से अध्ययन करें, इससे सवाल पूछे जाने की संभावना रहती है।
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प्रश्न पत्र को बारीकी से पढ़े
परीक्षा हाल में धैर्य रखें। पहले ओएमआर सीट मिलेगा। ओएमआर सीट का बारीकी से भरेंगे। प्रश्न पत्र मिलने के बाद प्रश्नों को अच्छी तरह बारीकी से पढ़े। प्रश्न पत्रों में दिए गए निर्देश का पालन करें। तैयारी के लिए एकाग्रता के साथ पढ़ाई करनी होगी। पाठ्यक्रम के हर टॉपिक महत्वपूर्ण है। किसी को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। कम समय में परीक्षा की तैयारी करने के लिए पिछले पांच से छह वर्षों का प्रश्न पत्र जरूर देखें। इससे पैटर्न भी समझ में आ जाएगा और समय का प्रबंधन भी होगा।