हाकिमों ने फेर लिया मुंह तो ग्रामीणों ने उठा ली कुदाल
बगहा। मसान नदी के बाढ़ और कटाव का दंश झेल रहे ग्रामीणों की व्यथा जब हाकिमों ने नहीं सुनी तो फिर थककर
बगहा। मसान नदी के बाढ़ और कटाव का दंश झेल रहे ग्रामीणों की व्यथा जब हाकिमों ने नहीं सुनी तो फिर थककर लोगों ने कुदाल उठा ली। यह वाकया बगहा दो प्रखंड के जिमरी नौतनवा पंचायत का है। पंचायत के मैनहा गांव में ग्रामीणों द्वारा श्रमदान कर पिछले पंद्रह दिनों से मसान नदी पर बांध बनाया जा रहा है। अब तक करीब दो सौ मीटर से ज्यादा बांध निर्माण हो चूका है। बरसात के पूर्व बांध निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। विदित है कि गत वर्ष बरसात में मसान नदी में आयी प्रलयंकारी बाढ़ ने जिमरी नौतनवां सहित आसपास के गांवों में भीषण तबाही मचाई थी। जिससे क्षेत्र के किसानों को जान माल सहित फसल का भारी नुकसान हुआ था। तब से अब तक क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व सरकारी पदाधिकारी का मुंह देखते क्षेत्र के ग्रामीण अब थक चूके थे। मिन्नतें काम नहीं आई तो लोगों ने कुदाल उठाया और खुद बांध निर्माण की ठानी। करीब पंद्रह दिनों से निरंतर चल रहे इस निर्माण कार्य में गांव की महिला पुरूष सभी लोग तन मन से लगे हुए हैं। ग्रामीण विजय उरांव, संजय उरांव, मनजीत इत्यादि दर्जनों ग्रामीणों का कहना है कि सरकार जनहित के लिए तमाम घोषणाएं करती है लेकिन पिछले पंद्रह दिनों से पचासों की संख्या में ग्रामीण यहां काम कर रहे हैं लेकिन अब तक कोई प्रतिनिधि या पदाधिकारी हमारी हालत देखने तक नहीं आए हैं।