आंख निकालने की अफवाह पर आई हॉस्पिटल से भागे चार मरीज
बेतिया। मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद परेशानी लेकर नरकटियागंज लौटने वाले मरीजों की संख्या चार पहुंच गई है।
बेतिया। मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद परेशानी लेकर नरकटियागंज लौटने वाले मरीजों की संख्या चार पहुंच गई है। सभी सेरहवा डकहवा गांव के रहने वाले हैं। जिसमें लक्ष्मीना देवी के अलावा ध्रुव चौधरी(65) , शंकर राम (60) और अलगू साह (65) शामिल हैं। इन सभी मरीजों का एक एक आंख का ऑपरेशन हुआ है। ध्रुव चौधरी की पत्नी राजेश्वरी देवी ने बताया कि वहां ऑपरेशन करने के बाद मरीज कराह रहे थे। मगर दवा देने वाला कोई नहीं था। बिचौलिए घूम रहे थे। एक दवा लाने के लिए 500 रुपये लिया और भाग गया। मरीजों के स्वजन राजेश्वरी देवी और बड़ा पासवान ने बताया कि हम लोग नहीं समझे कि मुफ्त में इलाज कराना इतना महंगा पड़ेगा। इन चारों मरीजों के आंख में अभी दर्द है और सूजन है। बताया कि वहां की पर्ची पर हम लोगों का परिचय भी गलत लिखा गया, जिस अलगू साह के आंख का ऑपरेशन किया गया, उनका घर नरकटियागंज प्रखंड में है। जबकि उनको मोतिहारी का निवासी बताकर पर्ची दिया गया। तभी से बात खटकने लगी। बताया कि यहां के चारों मरीजों को अस्पताल में रोका जा रहा था। जब किसी ने आंख निकालने की बात कही तो लक्ष्मीना देवी को लेकर का बेटा वहां से भाग खड़ा हुआ। उसके बेटे बड़ा पासवान ने जूरन छपरा आई हॉस्पिटल के डॉक्टरों से बताया कि हमारी मां यहां मर जाएगी। उसको हम साथ ले जा रहे हैं। कमाकर खिलाएंगे। लेकिन आंख नहीं निकलाएंगे। बता दें कि इन चारों मरीजों की आंख का ऑपरेशन 21 और 22 नवंबर को हुआ। ये अपनी परेशानी को लेकर दोबारा अस्पताल में पहुंचे थे। मुखिया अनूपधर दुबे और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि यहां के मरीजों की अभी संतोषजनक स्थिति नहीं कही जा सकती।