रैक प्वाइंट पर बवाल मामले में पूर्व मुखिया सहित चार को जेल
बेतिया। कुमारबाग रैक प्वाइंट पर माल उतारने को लेकर बवाल के मामले में रेल थाना बेतिया में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
बेतिया। कुमारबाग रैक प्वाइंट पर माल उतारने को लेकर बवाल के मामले में रेल थाना बेतिया में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। बवाल के दौरान घटनास्थल से हिरासत में लिए गए पूर्व मुखिया प्रमोद सिंह, शैलेंद्र सिंह, शेख परवेज उर्फ राजा मियां व विवेक कुमार उर्फ छोटू को जीआरपी ने मेडिकल जांच के बाद शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने मौके से पूर्व मुखिया प्रमोद सिंह की कार भी जब्त कर ली है। रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि एहतियात के तौर पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम को तैनात किया गया है। बेतिया रेलवे स्टेशन जीआरपी पीपी प्रभारी सुदीन बेसरा ने बताया कि हमले में घायल लोगों के बयान पर भी अलग से प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। यहां बता दें कि कुमारबाग रैक प्वाइंट पर शुक्रवार की सुबह वर्चस्व को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए थे जिसमें तीन लोग घायल हो गए थे।
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इनसेट
पुलिस की भूमिका पर ग्रामीणों को संदेह
कुमारबाग रैक प्वाइंट को लेकर पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस एक पक्ष से मिलकर रैक प्वाइंट पर उसका वर्चस्व स्थापित करा रही है। पुलिस ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें सभी लोग एक ही पक्ष के हैं। दूसरे पक्ष के किसी भी हुड़दंगी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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रेल पुलिस की निष्क्रियता का परिणाम
निरीक्षण करने के लिए आए रेल एसपी अशोक कुमार सिंह ने स्वीकार किया कि यह बवाल चूक का परिणाम है। अधिकारियों ने दिए गए निर्देश के अनुसार काम नहीं किया। पहली बार जब माल उतारने को लेकर बवाल हुआ था तो कई सुरक्षात्मक निर्देश दिए गए थे लेकिन उसकी अनदेखी हुई । जीआरपी और आरपीएफ के स्थानीय पदाधिकारियों ने रैक प्वाइंट मामले में लापरवाही की है। इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई भी होगी।