Move to Jagran APP

पिपरा नौरंगिया के मुखिया सहित वार्ड सदस्य व सचिव पर दर्ज होगी प्राथमिकी

बगहा। जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में नल जल योजना के क्रियान्वयन में पिपरा नौरंगिया पंचायत में भारी गड़बड़ी के कारण वहां के मुखिया वार्ड सदस्य पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 11:45 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 06:16 AM (IST)
पिपरा नौरंगिया के मुखिया सहित वार्ड सदस्य व सचिव पर दर्ज होगी प्राथमिकी
पिपरा नौरंगिया के मुखिया सहित वार्ड सदस्य व सचिव पर दर्ज होगी प्राथमिकी

बगहा। जिलाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में नल जल योजना के क्रियान्वयन में पिपरा नौरंगिया पंचायत में भारी गड़बड़ी के कारण वहां के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। डीएम ने यह आदेश बीडीओ को सोमवार को योजना की जांच कराने के बाद दिया है। पिपरा नौरंगिया पंचायत के वार्ड संख्या 8 और 10 के वार्ड सचिव और वार्ड पर प्राथमिकी दर्ज होगी। डीएम ने यह कार्रवाई दोनों वार्ड में मिली शिकायत के बाद की है। योजना की जांच डीएम ने अपनी मौजूदगी में कराई। इस पंचायत के वार्ड नंबर 10 में नव निर्मित पानी टंकी का टावर गिरने और उसमें सरकारी रुपये को मुखिया वार्ड और वार्ड सचिव द्वारा बंदरबांट करने की सत्यता उजागर हुई है। बता दें कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत गांवों में नल जल योजना में भारी गड़बड़ी की शिकायतें डीएम को मिली थी। इधर वार्ड क्रियान्वयन समिति पर प्राथमिकी दर्ज होने के आदेश के साथ ही नल जल योजना और नली गली के कार्य में अनियमितता करने वालों के बीच हड़कंप है। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री सात निश्चय निश्चय योजना के तहत नल जल योजना एवं नली गली पक्कीकरण का कार्य कराया जा जा रहा है। यह योजना सरकार की प्राथमिकता वाली है। इसमें किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले वाले चाहे अधिकारी हो या जनप्रतिनिधि सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इनसेट प्रत्येक सप्ताह प्रखंड वरीय प्रभारी पदाधिकारी के स्तर से कराई जाती है योजना की जांच मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत नल जल एवं पक्की नली गली के तहत कराए जा रहे कार्यों की जांच प्रत्येक सप्ताह कराई जाती है। जांच में संबंधित प्रखंड के वरीय प्रभारी पदाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता शामिल होते हैं। जांच रिपोर्ट उसी दिन जिला पदाधिकारी को भेज दी जाती है। इसके आधार पर कार्रवाई की जाती है। इनसेट अब तक पांच दर्जन कर्मियों पर हो चुकी है कार्रवाई इस योजना में गड़बड़ी पाए जाने पर पांच दर्जन से अधिक पंचायत सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। इसके अलावा इस कार्रवाई की जद में गई जन प्रतिनिधि भी शामिल हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.