ग्रामीणों की सतर्कता से अब तक धोबनी गांव कोरोना वायरस से दूर
पिछले एक वर्ष से कोरोना वायरस को लेकर देश-दुनिया में हाहाकार मचा है। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी लोगों की जान जा रही है। लेकिन पश्चिम चंपारण जिले के मैनाटांड़ प्रखंड में एक ऐसा गांव है जहां ग्रामीणों की सतर्कता की वजह से कोरोना वायरस अब तक इंट्री नहीं कर पाया है।
बेतिया । पिछले एक वर्ष से कोरोना वायरस को लेकर देश-दुनिया में हाहाकार मचा है। सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी लोगों की जान जा रही है। लेकिन पश्चिम चंपारण जिले के मैनाटांड़ प्रखंड में एक ऐसा गांव है, जहां ग्रामीणों की सतर्कता की वजह से कोरोना वायरस अब तक इंट्री नहीं कर पाया है। जी, हां ! हम बात कर रहे हैं मैनाटांड़ प्रखंड मुख्यालय से सात किमी दूर धोबनी गांव की। 200 घरों की बस्ती में मजदूर और सामान्य खेतिहर किसान बसते हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद एकजुटता की बदौलत कोरोना से अनूठी जंग लड़ रहे हैं। अनुशासन के बल पर कोरोना वायरस को मात देने के अभियान की कमान यहां के युवाओं ने अपने हाथ में ले रखी है। अभियान का नेतृत्व पैक्स अध्यक्ष सुजीत कुमार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मास्क एवं शारीरिक दूरी का पालन कर गांव के लोग कोरोना को परास्त कर रहे हैं। मार्च 2020 में जब कोरोना की पहली लहर आई थी। उसी वक्त गांव के युवाओं ने एक टीम बनाकर ग्रामीणों को सतर्क करना आरंभ कर दिया था, जिसका परिणाम था कि पहली लहर में इस गांव का एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं हुआ। इस बार दूसरी लहर को लेकर भी वहीं सतर्कता है। बगैर मास्क के गांव का कोई भी व्यक्ति घर से बाहर निकलता है। खेती- किसानी का कार्य भी प्रभावित नहीं है। शारीरिक दूरी बनाकर गेहूं की कटनी एवं दवनी लगभग पूरी हो चुकी है। अभी किसान एवं मजदूरों के पास कोई खास काम नहीं है। गन्ने की खभाई का कार्य चल रहा है। इसमें भी मजदूर शारीरिक दूरी बनाकर काम करते हैं। प्रतिदिन युवाओं की टोली डोर- टू डोर भ्रमण करती है, गर्म पानी पीने एवं साबुन से हाथ धोने को लेकर लोगों को जागरूक किया जाता है। गांव के 80 सीनियर सिटिजन ने कोरोना को टीका भी ले लिया है। टीकाकरण को लेकर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ---------------------------------------------------------------------
गांव में नहीं हो रही किसी की एंट्री पैक्स अध्यक्ष सुजित कुमार के नेतृत्व में अशोक कुमार, मुकेश कुमार, महेश्वर प्रसाद, गोविद कुमार, नितेश कुमार, प्रमोद मुखिया,ललन प्रसाद, गोलू कुमार आदि ने गांव में बाहरी लोगों की इंट्री पर रोक लगा दिया है। यहां के लोगों ने अपने नाते- रिश्तेदारों को भी मना कर दिया है। हालांकि शादी - विवाह के आयोजनों पर अभी रोक नहीं लगा पाए हैं। इनका कहना है कि गरीबों की बस्ती है। इस लिए शादी को टालना संभव नहीं है। लेकिन सादे ढंग से शादी का आयोजन करने पर सहमति बनी है। भीड़- भाड़ एवं गाजे- बाजे के साथ बारात नहीं आएगी। बारातियों में सबों के लिए मास्क अनिवार्य होगा और शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा। बारात की बिदाई के बाद परिवार के सभी सदस्य होम क्वारंटाइन होंगे। --------------------------------------------
कोट-- पंचायत के धोबनी गांव के युवाओं ने सराहनीय पहल की है। इस तरह का प्रयास अगर सभी गांव के लोग करें तो कोरोना वायरस से कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं होगा। मास्क का वितरण सबसे पहले धोबनी गांव में किया जाएगा। इंदू देवी, मुखिया, सुखलही पंचायत, मैनाटांड़
--------------------------------------------- कोट--
धोबनी गांव के युवाओं ने पिछले वर्ष भी सराहनीय कार्य किया था। इस गांव के लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था शीघ्र की जाएगी। अन्य गांव के युवाओं को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए। -- राजकिशोर प्रसाद शर्मा, प्रखंड विकास पदाधिकारी, मैनाटांड़