Move to Jagran APP

शिक्षा के मंदिर में प्रतिदिन शर्मसार हो रही हैं बेटियां

बगहा। एक तरफ जहां घर-घर शौचालय निर्माण की मुहिम चल रही है वहीं दूसरी तरफ नगर का एक ऐसा विद्यालय भी है जिसकी स्थापना को 66 वर्षो बाद भी विभाग शौचालय नहीं बनवा सका है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Dec 2018 11:51 PM (IST)Updated: Fri, 21 Dec 2018 11:51 PM (IST)
शिक्षा के मंदिर में प्रतिदिन शर्मसार हो रही हैं बेटियां
शिक्षा के मंदिर में प्रतिदिन शर्मसार हो रही हैं बेटियां

बगहा। एक तरफ जहां घर-घर शौचालय निर्माण की मुहिम चल रही है वहीं दूसरी तरफ नगर का एक ऐसा विद्यालय भी है जिसकी स्थापना को 66 वर्षो बाद भी विभाग शौचालय नहीं बनवा सका है। इस विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को समय समय पर शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है। दिलचस्प बात यह है कि शौचालय निर्माण के लिए पांच वर्ष पहले 57 हजार रुपये आवंटित हुए। इसके बावजूद निर्माण नहीं हो सका। नगर के वार्ड 31 स्थित चुड़िहारी टोला प्राथमिक उर्दू विद्यालय की स्थापना आजादी के बाद वर्ष 1952 में हुई थी। तबसे लेकर अबतक जब भी शौचालय निर्माण की पहल हुई, स्थानीय लोगों ने अड़ंगा डाल दिया। स्कूल के शिक्षकों के अनुसार पांच वर्षो से खाते में राशि पड़ी हुई है। जब भी निर्माण की कवायद शुरु होती है, लोग विरोध करना शुरु कर देते हैं। बताया जा रहा है कि विद्यालय की जमीन को लेकर विवाद है।

loksabha election banner

-----------------------------------------

अनूठा है यह स्कूल, शौचालय के साथ किचन शेड भी नहीं :-

रा.प्रा.विद्यालय.बगहा उर्दू चूड़िहारी टोला अपने आप में अनूठा है। विद्यालय की स्थापना के लिए सन1952 में स्व. मौलवी पीर मोहम्मद ने भूमि दान की थी। आरंभ में यह विद्यालय कच्चे भवन में संचालित हुआ करता था। सन 2002 में विभाग द्वारा दो कमरे और बरामदा का निर्माण कराया गया। इसके बाद से इसी दो कमरे में कक्षा एक से पांच तक के छात्र, छत्राएं पठन पाठन करते हैं। विद्यालय का अपना रसोई घर नहीं है, खुले में ही बच्चों का मध्याह्न भोजन का बनता है। सबसे अधिक परेशानी शौचालय नहीं रहने को है। अब विभाग ने राशि भी वापस करने का आदेश प्रधान शिक्षिका आलिया प्रवीन को दिया है।

------------------------------------

नगर का पहला स्कूल, जहां नहीं है शौचालय :-

नगर में यह स्कूल शायद पहला है, जहां शौचालय नहीं है। प्रधान शिक्षिका आलिया प्रवीन ने बताया कि चार शिक्षकों में तीन महिलाएं हैं। पोषक क्षेत्र के लोगों को कई बार शौचालय निर्माण के लिए बैठक करते हुए पहल की गई। लेकिन कतिपय लोग निर्माण नहीं होने दे रहे है। बीईओ विनोद कुमार ¨सह ने बताया कि मामले में स्वयं पहल किया था। बावजूद इसके अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है।

----------------------------

बयान :

उक्त स्कूल में शौचालय निर्माण के लिए मैं स्वयं पहल करूंगी। नगर के स्कूल में शौचालय नहीं होना शर्म की बात है। इस स्कूल में शौचालय निर्माण नहीं होने तक मोबाइल शौचालय नगर परिषद द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।

जरीना खातून, सभापति नगर परिषद बगहा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.