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बाढ़ग्रस्त इलाकों का सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार की दोपहर हवाई मार्ग से बगहा पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले गंडक पार के बाढ़ प्रभावित प्रखंडों का हवाई सर्वे किया। इस क्रम में हेलीकॉप्टर काफी देर तक पिपरा-पिपरासी तटबंध के चंदरपुर के आसपास मंडराता रहा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 01:19 AM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 01:19 AM (IST)
बाढ़ग्रस्त इलाकों का सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण
बाढ़ग्रस्त इलाकों का सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण

बगहा । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार की दोपहर हवाई मार्ग से बगहा पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले गंडक पार के बाढ़ प्रभावित प्रखंडों का हवाई सर्वे किया। इस क्रम में हेलीकॉप्टर काफी देर तक पिपरा-पिपरासी तटबंध के चंदरपुर के आसपास मंडराता रहा। हेलीकॉप्टर को देख तटबंध पर कटावनिरोधी कार्य में जुटे संवेदक से लेकर अभियंता तक अलर्ट मोड में आ गए। यहां से मुख्यमंत्री वाल्मीकिनगर पहुंचे। सीएम एयरपोर्ट से वाल्मीकिनगर के ऐतिहासिक गंडक बराज पर पहुंचे और भारतीय सीमा के सभी 18 फाटकों पर पहुंचकर बारी बारी से वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने नियंत्रण कक्ष में अधिकारियों व अभियंताओं के साथ समीक्षा बैठक की। बता दें कि बराज के तीन फाटक मानसून अवधि शुरू होने से पूर्व से क्षतिग्रस्त हैं। सीएम ने उपस्थित अभियंताओं से 12 नंबर फाटक को ऑपरेट कर दिखाने को कहा। इसके उपरांत बराज के सभी फाटकों की सतत निगरानी का निर्देश दिया। सीएम ने तिथिवार बाढ़ अवधि में सर्वाधिक जलस्तर की जानकारी ली। अभियंताओं ने बरसात के बाद गंडक बराज के जर्जर हो चले तीन फाटक क्रमश: 29, 31 एवं 34 को बदलने की बात कही। एक बजकर 24 मिनट पर उनका काफिला नियंत्रण कक्ष से रवाना हो गया। हालांकि, सीएम के निरीक्षण के दौरान पत्रकारों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी रही। अधिकारी कोरोना संकट का रोना रोते रहे।

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