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लुंबिनी के बौद्ध मंदिरों का दीदार कर गदगद हुए बच्चे

पिपरासी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य व उच्च विद्यालय परसौनी के छात्र-छात्राएं नेपाल के लुंबिनी के लिए रविवार को परिभ्रमण पर रवाना हुए । प्रधान शिक्षक नवमी प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना के तहत 20 -20 हजार रुपये उपलब्ध कराया गया है ।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Oct 2018 05:54 PM (IST)Updated: Sun, 28 Oct 2018 05:54 PM (IST)
लुंबिनी के बौद्ध मंदिरों का दीदार कर गदगद हुए बच्चे
लुंबिनी के बौद्ध मंदिरों का दीदार कर गदगद हुए बच्चे

बगहा। पिपरासी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य व उच्च विद्यालय परसौनी के छात्र-छात्राएं नेपाल के लुंबिनी के लिए रविवार को परिभ्रमण पर रवाना हुए । प्रधान शिक्षक नवमी प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री परिभ्रमण योजना के तहत 20 -20 हजार रुपये उपलब्ध कराया गया है । उक्त राशि से बच्चों को पड़ोसी देश नेपाल के लुंबिनी मे बौद्ध मंदिर का दर्शन कराया गया। 120 बच्चे परिभ्रमण पर रवाना हुए थे । विद्यालय के शिक्षक नवल किशोर ओझा ,भरत प्रसाद ,अर्चना राय, पूर्व प्रधान शिक्षक परमा प्रसाद यादव, विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव आदि भी परिभ्रमण पर गए । महिला शिक्षक अर्चना राय ने बताया कि नेपाल के लुंबिनी में सुंदर पोखरा, महामाया देवी मंदिर ,बौद्ध धर्म का कालक्रम ,प्यु¨नग मंदिर आदि का दर्शन बच्चों ने किया। उन्होंने बच्चों को परिभ्रमण के दौरान विस्तृत रूप से बताया कि लुंबिनी भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है । यह भारत के बिहार राज्य की उत्तरी सीमा के निकट वर्तमान नेपाल देश में स्थित है । भगवान बुद्ध की मंदिर ,गुम्बा,शीलापत्र यहां निर्माण किए गए हैं । सम्राट अशोक के द्वारा स्थापित अशोक स्तंभ भी यहां है । गौतम बुद्ध की मुख्य चार स्थल लुंबिनी, बोधगया ,सारनाथ और कुशीनगर है । परिभ्रमण के लिए निकल रहे विद्यालय के छात्र-छात्राएं काफी उत्साहित नजर आए ।

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