हर्षोल्लास के साथ मनाया गया मकर संक्रांति का त्योहार
बगहा। हरनाटांड़, दान का महापर्व मकर संक्रांति मंगलवार को हरनाटांड़ सहित समूचे थरुहट क्षेत्र में हर्षो
बगहा। हरनाटांड़, दान का महापर्व मकर संक्रांति मंगलवार को हरनाटांड़ सहित समूचे थरुहट क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मकर संक्रांति के साथ ही विवाह के शुभ मुहूर्त भी शुरू हो जाएंगे। थरुहट क्षेत्र में लोगों ने सुबह में ही स्नान कर मकर संक्रांति के अवसर पर दही चूड़ा का आनंद उठाया। मकर संक्रांति को लेकर सुबह से ही अपने अपने घरों में पूजा पाठ कर चावल, तिल, दाल आदि छूकर पर्व की शुरुआत की। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को भी हरनाटांड़ बाजार की दुकानों पर लाई, चूड़ा, दही व तिलकुट आदि की बिक्री जोरों पर रही। वृद्धि के प्रतीक स्वरूप मकर संक्रांति का पर्व पर लोगों में एक दूसरे को पर्व की बधाई देने का सिलसिला भी चलता रहा। मालूम हो कि मकर संक्रांति ¨हदुओं का प्रमुख त्यौहार है। पौस मास में जब सूर्य मकर राशि में आता है तभी इस पर्व को मनाया जाता है। मकर संक्रांति के अवसर पर कई जगहों पर भंडारा का भी आयोजन किया गया। इसी क्रम में हरनाटांड़ के महावीर मंदिर परिसर में हरनाटांड़ निवासी मुन्ना मोदनवाल के द्वारा एक भंडारे सह खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया। उक्त भंडारे के मुख्य अतिथि लौकरिया थानाध्यक्ष विनय कुमार मिश्रा व हरनाटांड़ के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. नर्वदेश्वर द्विवेदी ने लोगों को खिचड़ी परोसकर खिचड़ी भोज का शुभारंभ किया। खिचड़ी भोज में हरनाटांड़ के युवा सतीश कुमार, अमरजीत ¨सह, सुशील कुमार मिश्रा, विनोद कुमार उपाध्याय, पवन जायसवाल, कृष्णा गुप्ता, गुड्डू गुप्ता, संजय मिश्रा, राजेश जयसवाल, शत्रुघ्न प्रसाद, चंदन जायसवाल व प्रदीप जायसवाल सहित दर्जनों युवा व अन्य लोग उपस्थित रहे। जिनके द्वारा गरीब और अमीर से लेकर सभी तबके के लोगों को खिचड़ी खिलाई गई। उल्लेखनीय है कि बीते साल की तरह इस साल भी मुन्ना मोदनवाल के द्वारा ही खिचड़ी भोज का आयोजन कराया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं आजीवन मकर संक्रांति के पर्व पर खिचड़ी भोज का आयोजन करूंगा। श्री मोदनवाल ने बताया कि खिचड़ी पर्व पर खिचड़ी का बहुत ही बड़ा महत्व है। इस शुभ अवसर पर खिचड़ी खिलाकर लोगों की सेवा में एक अलग ही आनंद है। वहीं दूसरी ओर उक्त भंडारे के मुख्य अतिथि सह लौकरिया थानाध्यक्ष विनय कुमार मिश्रा ने कहा कि मकर संक्रांति के पर्व पर खिचड़ी का एक अहम महत्व है। कहा कि इस दिन ऐसे कार्यक्रम का आयोजन युवाओं के द्वारा किया जाना काफी प्रशंसनीय है। मुन्ना मोदनवाल और यहां के युवाओं ने काफी बेहतर कार्य किया है। ऐसे कार्यक्रम होने से समाज में आपस में अमीरी और गरीबी की खाई मिटती है। वहीं दूसरी ओर हरनाटांड़ सहित थरुहट क्षेत्र में हर जगह दही चूड़ा भोज का भी आयोजन किया गया। मकर संक्रांति के अवसर पर लोगों ने अपने अपने घरों में पकवान का भी आनंद उठाया। वहीं बच्चे लाई व तिलकुट का भी जमकर आनंद उठाया। इधर हरनाटांड़ के चिकित्सक डॉ. द्विवेदी ने भंडारे की भूरी भूरी प्रशंसा की और युवाओं को प्रोत्साहित किया। कहा कि ऐसे आयोजनों के लिए जब भी मेरी जरूरत पड़े बेहिचक मेरी सहायता लें। वहीं दूसरी ओर हरनाटांड़ सहित थरुहट क्षेत्र में मकर संक्रांति के अवसर पर बच्चों में पतंग उड़ाने की भी होड़ मची रही। गांव देहात के खेत, खलिहान से लेकर खेल के मैदानों में बच्चों ने टोली बनाकर खूब पतंग उड़ाया और मकर संक्रांति का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया।