22 हजार 838 प्रवासी मजदूरों के खाते में भेजी सहायता राशि
बेतिया। लॉकडाउन के दौरान बिहार से बाहर फंसे जिले के कुल 22 हजार 838 प्रवासी मजदूरों को अब तक कोरोना तत्काल सहायता राशि दी जा चुकी है।
बेतिया। लॉकडाउन के दौरान बिहार से बाहर फंसे जिले के कुल 22 हजार 838 प्रवासी मजदूरों को अब तक कोरोना तत्काल सहायता राशि दी जा चुकी है। इस मामले में अब तक कुल 25 हजार 641 आवेदन विभिन्न श्रमिकों के द्वारा अपलोड किए गए थे। जांच प्रकिया के बाद 2272 लोगों के आवेदन अब तक रद किये गए हैं। लॉकडाउन के बाद बिहार से बाहर फंसे लोगों को सरकार की ओर से घोषित एक हजार रुपये पाने के लिए अपनी सेल्फी देनी पड़ रही है। सेल्फी के साथ वे निर्धारित एप के माध्यम से मांगी गई जानकारी जिले को दे रहे हैं। इसमें श्रमिकों का आधार संख्या एवं इस जिले में खोले गए बैंक खाता संख्या देना पड़ रहा है। इन सारी बातों की जानकारी देने के बाद यह राज्य मुख्यालय को प्राप्त हो रहा है। राज्य मुख्यालय के द्वारा आधार की जांच करने के बाद इसे जिले को भेज दिया जा रहा है। फिर जिला प्रवासी श्रमिक कोषांग की ओर से एनआइसी के माध्यम से उक्त जानकारी को अपलोड किया जा रहा है और उसे अपर समाहर्ता के द्वारा अंतिम रूप से स्वीकृत किया जा रहा है। पीएफएमएस के द्वारा बैंक खाते के सत्यापन के बाद आवेदक के खाते में राशि भेज दी जा रही है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जहां सेल्फी ली जा रही है, उस जगह की ट्रैकिग एप के माध्यम से कर ली जा रही है। इससे यह पता चल जा रहा है कि आवेदक सूबे से बाहर फंसा हुआ है। प्रवासी श्रमिक कोषांग के वरीय प्रभारी पदाधिकारी सह एडीएम नंद किशोर साह ने बताया कि राज्य से बाहर फंसे मजदूरों को निर्धारित एप खोलने एवं मांगी गई जानकारी देने के लिए जिले से भी सहयोग किया जा रहा है। कोषांग में प्रतिनियुक्त अधिकारी एवं कर्मी इस काम में मदद कर रहे हैं। यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस काम में जिलाधिकारी स्वयं अपने स्तर से भी दूसरे राज्यों के वरीय अधिकारियों के साथ बात कर वहां फंसे मजदूरों को सहायता उपलब्ध करा रहे हैं।
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