मालवाहकों से कौड़ी वसूली के लिए 1.08 करोड़ की लगी बोली
कोरोना के संक्रमण को ले घोषित लॉकडाउन के बीच नप क्षेत्र में मालवाहकों से कौड़ी वसूलने की बंदोबस्ती मंगलवार को हो गई। एक करोड़ 08 लाख की अधिकतम बोली लगाने वाले को ठेका दिया गया।
बेतिया । कोरोना के संक्रमण को ले घोषित लॉकडाउन के बीच नप क्षेत्र में मालवाहकों से कौड़ी वसूलने की बंदोबस्ती मंगलवार को हो गई। एक करोड़ 08 लाख की अधिकतम बोली लगाने वाले को ठेका दिया गया। रफान कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर फैयाज हुसैन ने 1.08 करोड़ की अधिकतम बोली लगाई। बंदोबस्ती पाने के दो अन्य दावेदारों शाहरुख अहमद व सलीम खान की तुलना सुरक्षित जमा राशि 1,07,68,210 रुपये के विरुद्ध 1.08 करोड़ की अधिकतम बोली लगा कर लगतार तीसरे साल भी वर्ष 2020-21 के लिये नप क्षेत्र में आने जाने वाले मालवाहक वाहनों से टैक्स वसूलने के ठेका पर कब्जा जमा लिया। बावजूद इसके वितीय वर्ष के 50 दिन लॉकडाउन में गुजर जाने तथा सुरक्षित जमा में बढ़ोतरी के अनुकूल कौड़ी का दर बढ़ाने को लेकर संवेदक की मांग का निपटारा तुरंत नहीं किया जा सका। इसके निपटारे के लिए सशक्त समिति की बैठक बुलाई गई है। बुधवार 20 मई को समिति की बैठक होगी, इसके बाद हीं अनुबंध पत्र निर्गत किया जाएगा। नप सभापति गरिमा सिकारिया ने बताया कि चालू वर्ष के लिये नप सैरातों की मार्च में बंदोबस्ती प्रक्रिया पूरी कर लेने के लिये एनआईटी के माध्यम से निविदा जारी की गई थी। लेकिन कोरोना वैश्विक महामारी के लॉक डाउन के कारण विहित प्रक्रिया के तहत बोली लगाने की प्रक्रिया की नहीं की जा सकी। करीब 50 दिन तक सैरात की बंदोबस्ती नहीं हो पाई। इस बीच विभिन्न सैरातों के दावेदार संवेदकों ने नप प्रशासन को आवेदन देकर लॉक डाउन का आदेश जारी रहने तक 19 से 21 मई की घोषित सैरातों की बंदोबस्ती को टालने का अनुरोध किया था। लेकिन बंदोबस्ती तिथि आगे टलने पर पुन: नये सिरे से दावेदारों का आवेदन प्राप्त करने की बात जब कही गई तो पुराने दावेदार आज 19 मई को ही बोली लगाने पर सहमत हो गये। इसी का असर था कि बंदोबस्ती की तिथि बढ़ाने का आवेदन देने वाले तीनों संवेदक आगामी 1 जून 2020 से 31 मार्च 2021 तक के लिये कुल 10 माह के लिये समानुपातिक राशि देने सहमत हो गए। जिसके बाद तीनों दावेदार संवेदकों के बीच बोली लगवाई गई। बंदोबस्ती की प्रक्रिया को सफल बनाने में उप सभापति मोहम्मद कयूम अंसारी, ईओ विजय कुमार उपाध्याय, सशक्त समिति सदस्यों संजय कुमार सिंह, रमाकांत प्रसाद, प्रधान सहायक रमन कुमार आदि की सक्रियता रही। 20 मई को मालवाहक सैरात का अंतिम निर्णय स्थाई समिति की बैठक में लिया जाएगा।
बस स्टैंड की नहीं हुई बंदोबस्ती
नगर बस स्टैंड सैरात की बंदोबस्ती मंगलवार को भी नहीं हो सकी। क्योंकि इस सैरात की बंदोबस्ती लेने के लिए कोई दावेदार नहीं आया। बताया जाता है कि लॉकडाउन की वजह से बसों का परिचालन बंद है। ऐसे में अगर कोई ठेका लेता है तो उसे नुकसान हीं होगा। इस वजह से संभवत: कोई ठेकेदार नहीं आया। नगर परिषद की ओर से बस स्टैंड की बंदोबस्ती करने के लिए भी रणनीति तैयार की जा रही है। कोट -
कोरोना वैश्विक महामारी काल में भी नगर परिषद ने मालवाहक वाहनों से टैक्स वसूली की निविदा कर दी। निविदा की राशि पूर्व के वर्षों से अधिक ही है।
-गरिमा देवी सिकारिया, सभापति, नगर परिषद, बेतिया