आधार केंद्र दहवा के जिम्मे 10 पंचायत, सेंटर बंद होने से लोगों को यूपी जाने की मजबूरी
बगहा । आधार नंबर हमारे लिए सबसे जरूरी दस्तावेज बन गया है। सरकारी या निजी हर प्रकार की सेवा के लिए आधार नंबर अपने साथ रखना जरूरी है।
बगहा । आधार नंबर हमारे लिए सबसे जरूरी दस्तावेज बन गया है। सरकारी या निजी हर प्रकार की सेवा के लिए आधार नंबर अपने साथ रखना जरूरी है। फिर चाहे आपको मोबाइल का सिम लेना हो या मकान, आधार कार्ड हमेशा साथ होना ही चाहिए। वहीं अब तो कोरोना वैक्सीनेशन के लिए भी आधार कार्ड आपके लिए जरूरी दस्तावेज है। ऐसी स्थिति में मधुबनी प्रखंड में 10 पंचायतों का जिम्मा एक आधार सेंटर दहवा के भरोसे चल रहा है। अनलॉक चार में सभी तरह के सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों को खोलने की छूट दी गई । लेकिन, इस आदेश को दरकिनार कर दहवा आधार सेंटर अभी तक नहीं खुला है। जिससे लोगों में आधार कार्ड में नाम,जन्म तारीख,पता और उपनाम सुधार करवाने के लिए काफी दिक्कत उठाना पड़ रही है। ग्रामीणों को यूपी में मनमानी रुपये देकर इस कार्य को कराया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों पर आर्थिक बोझ की मार झेलना पड़ रहा है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने में आधार में कुछ खामियां होने के कारण लोग वंचित हो जा रहे हैं। ग्रामीण आधार कार्ड अपने किसी पुराने डॉक्यूमेंट के आधार पर बनवाए थे। जिसमें विभाग के द्वारा गलत टाइपिग के कारण आधार कार्ड में भी वह गलतियां दोहरा दी गई है। जिसके कारण आधार कार्ड में गलतियां उजागर हो रही हैं।
जनसंख्या के हिसाब से प्रखंड में एक आधार केंद्र है। जहां पर मनमानी तरीके से धन उगाही करके आधार कार्ड बनाया जाता था। जबकि बच्चों के आधार एनरोलमेंट मुफ्त है। विनोद कुमार गुप्ता,सिविल इंजीनियर दहवा अनलॉक चार में सरकारी व गैर सरकारी सभी तरह के संस्थाएं खोलने की छूट दी गई है। वैसे में मधुबनी प्रखंड में अभी तक आधार केंद्र नहीं खुला है। जिससे ग्रामीणों में काफी दिक्कत है।आधार सेंटर संचालक से मनमानी रवैया को दर्शाता है। पवन पांडे,बैंक कर्मी मधुबनी प्रखंड में अभी तक आधार सेंटर नहीं खुलने के कारण ग्रामीण सरकारी लाभ से वंचित होते जा रहे हैं। स्कूल खुलने के कारण बच्चों के दाखिला में आधार के अभाव में काफी दिक्कत हो रही है। रामू गुप्ता, युवा खोतहवा
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए भी आधार कार्ड हमारे लिए जरूरी दस्तावेज है। लेकिन यहां पर आधार कार्ड सेंटर बंद होने से ग्रामीणों में काफी दिक्कत है। स्थानीय प्रशासन के साथ जिले के वरीय अधिकारियों को भी इसका संज्ञान लेना चाहिए। नीलम शुक्ला, समाजसेवी
मामले की जानकारी नहीं है। लिखित आवेदन मिलने पर सेंटर को अपडेट कर सेंटर बढ़ाया जाएगा। शेखर आनंद,एसडीएम बगहा