साइकिल, छात्रवृत्ति व पोशाक योजना में 11 लाख रुपये का गबन
उच्च विद्यालय के छात्रों को मिलने वाली साइकिल, छात्रवृत्ति एवं पोशाक योजना के लगभग 11 लाख रुपए छात्र-छात्राओं के खाते पर भेजने के बदले एक विद्यालय के प्रधान ने निकासी कर सरकारी निर्देश की धज्जियां उड़ा दी हैं। छात्र छात्राओं के बीच राशि वितरण नहीं किये जाने से उनमें में काफी आक्रोश है।
उच्च विद्यालय के छात्रों को मिलने वाली साइकिल, छात्रवृत्ति एवं पोशाक योजना के लगभग 11 लाख रुपए छात्र-छात्राओं के खाते पर भेजने के बदले एक विद्यालय के प्रधान ने निकासी कर सरकारी निर्देश की धज्जियां उड़ा दी हैं। छात्र छात्राओं के बीच राशि वितरण नहीं किये जाने से उनमें में काफी आक्रोश है। विद्यालय प्रधान के इस रवैया के खिलाफ विद्यालय कर्मियों ने ही सभी वरीय पदाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक को आवेदन देकर विद्यालय में इस योजना में किए गए गबन की जांच की मांग की है। यह मामला महुआ प्रखंड क्षेत्र के अनुदान प्राप्त उच्च विद्यालय अब्बुचक गोपालपुर से जुड़ा है।
इस स्कूल के कर्मी हरेन्द्र कुमार ने डीएम से लेकर मुख्यमंत्री को दिए आवेदन में लिखा है कि सरकार के निर्देश पर विद्यालय में नामांकित सभी छात्र-छात्राओं के खाते में साइकिल, पोशाक एवं छात्रवृत्ति की राशि भेजी जानी थी, जिसको लेकर विभाग ने इन योजनाओं के मद में लगभग 16 लाख रुपये आवंटित कर स्कूल के खाते में भेज दिए थे। शिक्षा विभाग एवं सरकार के स्पष्ट निर्देश के बावजूद पिछले वित्तीय वर्ष 2017-18 में इस योजना में विद्यालय को प्राप्त हुए लगभग 16 लाख रुपये में से विद्यालय प्रधान लालबाबू राय ने अपने नाम से चेक काट कर विद्यालय के खाता स्टेट बैंक महुआ से पिछले वर्ष अक्टूबर में साईकल, छात्रवृत्ति एवं पोशाक योजना के लगभग 11 लाख रुपये की निकासी कर ली। लगभग 11 लाख की निकासी की जानकारी जब विद्यालय के अन्य कर्मियों के साथ छात्रों को लगी तो उन्होंने विद्यालय प्रधान से पूछताछ की जिससे विद्यालय प्रधान लालबाबू राय आक्रोशित हो उठे तथा उन्होंने विद्यालय के कर्मियों के साथ जमकर मारपीट की जिसमें एक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस संबंध में विद्यालय के कर्मी हरेन्द्र कुमार ने विद्यालय प्रधान एवं उनके समर्थकों के खिलाफ थाने में मामला भी दर्ज कराया था।
क्या कहते हैं डीपीओ उन्हें इसकी जानकारी मिली है तथा यह एक गंभीर आरोप है। वह खुद विद्यालय में पहुंचकर मामले की जांच करेंगे। इन योजनाओं के मद की राशि अगर कैश में निकासी की गई है तो संबंधित विद्यालय प्रधान पर कार्रवाई की जाएगी।
राजेंद्र प्रसाद ¨सह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, वैशाली