स्वरोजगार को गति देने के लिए दिलाया जा रहा तकनीकी प्रशिक्षण
जागरण संवाददाता हाजीपुर मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत जिले के चयनित अनुसूचित जाति अनुसूि
जागरण संवाददाता, हाजीपुर :
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत जिले के चयनित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अति पिछड़ा वर्ग के 28 उद्यमियों का प्रशिक्षण स्थानीय रूडसेट हाजीपुर में प्रारंभ किया गया। उदघाटन समारोह में जिला जन संपर्क पदाधिकारी ज्ञानेश्वर प्रकाश ने उद्यमियों को दिल लगाकर 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सब
कुछ हासिल करने का अनुरोध किया, जिससे उनके उद्यम चलाने में किसी प्रकार की दिक्कतें नहीं आ सके।
समारोह में जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक प्रेमचंद्र झा ने प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण सत्र के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह संस्थान देश की सर्वोच्च शिक्षण संस्थान है और यहां का प्रशिक्षण स्तर एवं प्रशिक्षण पद्वति उच्च कोटि की है। प्रशिक्षण सत्र में उद्यम से संबंधित लेखा, बैंकिग, मार्केटिग तथा संपूर्ण उत्पादन मोड्यल कि विस्तृत जानकारी प्रशिक्षुओं को दी जाएगी। इसका गहन चितन एवं मनन करने में प्रशिक्षु सफल रहे तो वह भविष्य में आदर्श उद्योगपति बन सकते है।
उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक समय में सरकारी सेवा संकुचित होती जा रही है और समाज के साथ सरकार का ध्यान स्वरोजगार पर ज्यादा है। भावी उद्यमी रोजगार प्राप्त कर ना सिर्फ अपना भविष्य संभालते है बल्कि अपने प्रयास से कई लोगों के लिए रोजगार का सृजन करते है। स्वरोजगार को गति देने से सामाजिक विकास के साथ-साथ आर्थिक विकास भी होता है। वहीं रूडसेट निदेशक संजित ने संस्थान के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि यह 15 दिवसीय प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षणार्थी का उदेष्य सभी पाठ्यक्रम में निपुणता हासिल कर लेना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यहा प्रशिक्षणार्थी का एकमात्र उद्देश्य बेहतर शिक्षा प्राप्त करना होना चाहिए ना कि प्रमाण पत्र प्राप्त करना। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरा सत्र उच्च कोटि का होगा और इसके लिए उस सत्र में तथा हर पाठ्यक्रम में गहन रूप से शामिल होना पडे़गा।
बताया गया कि मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग, युवा एवं महिला उद्यमी योजना में प्रत्येक चयनित लोगों को 10 लाख की सहायता राज्य सरकार की ओर से उनके बैंक खाते में दी जाती है। जिसमें से 5 लाख का अनुदान होता है और 5 लाख सूद मुक्त राशि होती है। इस राशि को 84 आसान किस्तों में लौटाना होता है। प्रशिक्षण सत्र में नवीन कुमार, अमरजीत कुमार, विपिन कुमार, चंदन कुमार, मानसी कुमारी, दिवाकर कुमार, विकास कुमार, निरंजन कुमार, राजीव कुमार, पिकी कुमारी, महेंद्र कुमार आदि भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम का संचालक उद्योग विस्तार पदाधिकारी चंद्रबिदु प्रसाद ने की।