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नीलगाय की समस्या को लेकर खेतीबारी साबित हो रहा घाटे का सौदा

बिदुपुर प्रखंड में दिन प्रतिदिन बढ़ती नीलगाय के संख्या के कारण किसान खेती से मुंह मोड़ने को विवश है। नीलगाय के बढ़ती संख्या के कारण चौर क्षेत्र में मक्का सब्जी प्याज सहित अन्य फसलों की खेती किसान नहीं कर पा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 11:12 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 11:12 PM (IST)
नीलगाय की समस्या को लेकर खेतीबारी साबित हो रहा घाटे का सौदा
नीलगाय की समस्या को लेकर खेतीबारी साबित हो रहा घाटे का सौदा

संवाद सूत्र, बिदुपुर :

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बिदुपुर प्रखंड में दिन प्रतिदिन बढ़ती नीलगाय के संख्या के कारण किसान खेती से मुंह मोड़ने को विवश है। नीलगाय के बढ़ती संख्या के कारण चौर क्षेत्र में मक्का, सब्जी, प्याज सहित अन्य फसलों की खेती किसान नहीं कर पा रहे हैं। वही आम के बगीचा सहित अन्य फलों के पौधे को भी नीलगाय बर्बाद कर रहे है। इससे किसानों को काफी हानि उठानी पर रही है। काफी खर्च करने के बाद भी किसानों को उत्पादन का लाभ नही मिल रहा है। गेंहू की फसल सहित अन्य फसलों को जंगली जानवरों के बर्बाद किए जाने के कारण खेती करने से किसान मुंह मोड़ने को विवश है। केला, फूलगोभी, आम, आलू, प्याज, मक्का, अमरूद सहित अन्य फसलों की खेती बर्बादी के कगार पर हैं।

प्रखंड के सैदपुर गणेश, कंचनपुर, रहिमापुर, रजासन, माइल, दाउदनगर, खिलवत, बिदुपुर, शीतलपुर कमालपुर, मझौली, चकठकुर्सी कुशियारी, सहदुल्लहपुर धबौली, खानपुर पकड़ी, आमेर, नावानगर, मथुरा, दिलावरपुर गोवर्धन, चेचर, मजलिसपुर, बाजितपुर सैदात, कुत्तूपुर आदि पंचायतों में नीलगाय फसलों को बर्बाद करते आ रहे हैं। इतना ही नहीं इसके कारण सड़क दुर्घटनाएं भी काफी बढ़ गए हैं। निर्दोष लोग या तो जख्मी हो रहे है या उनकी जान भी चली जा रही है। सड़कों से गुजरने वाले वाहनों पर अचानक नीलगाय उछल कर पार करने के कारण लोगो को जोखिम उठाने पड़ते है। लोगों का कहना है कि सरकार और जिला प्रशासन अब तक नीलगाय के प्रकोप को कम करने या उसके भगाने का कोई सार्थक प्रयास नहीं किए जाने के कारण उसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। यदि भविष्य में इसी तरह की स्थिति रही तो पूरी तरह किसान खेती से मुंह मोड़ने को विवश हो जाएंगे। क्या कहते हैं किसान : फोटो- 10 - प्रखंड के चेचर कुतुबपुर निवासी किसानश्री से सम्मानित चंद्रभूषण सिंह ने सरकार से नीलगाय के बढ़ते प्रकोप पर नियंत्रण करने की मांग की है। उन्होंने नीलगाय की संख्या को कम करने के उपाय पर सरकार से विचार करने की मांग की है। फोटो- 11 - बिदुपुर डीह निवासी राजद जिला उपाध्यक्ष सह समाजसेवी शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने सरकार से नीलगाय को प्रशासन के माध्यम से खत्म करने या मारने अनुमति देने की मांग किया है, ताकि किसान निर्भीक होकर खेती कर सके। फोटो - 12

- जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव सह प्याज उत्पादक संघ के अध्यक्ष गजेंद्र भगत ने सरकार से पूरे प्रदेश से नीलगाय को समाप्त करने के लिए व्यापक स्तर पर योजना बनाकर कार्यक्रम प्रारंभ करने की मांग की है।


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