गांधी सेतु की पूर्वी लेन को बचाने को ले बांधा रक्षा सूत्र
रक्षाबंधन के अवसर पर गांधी सेतु बचाओ अभियान के बैनर तले सेतु के पूर्वी लेन को बचाने को ले रक्षा सूत्र बांधे अभियान चलाया गया और सेतु में रक्षा सूत्र बांधे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सेतु की पूर्वी लेन को तत्काल प्रभाव से तोड़ने के निर्देश का शांतिपूर्ण विरोध जताना था।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर:
रक्षाबंधन के अवसर पर गांधी सेतु बचाओ अभियान के बैनर तले सेतु के पूर्वी लेन को बचाने को ले रक्षा सूत्र बांधे अभियान चलाया गया और सेतु में रक्षा सूत्र बांधे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सेतु की पूर्वी लेन को तत्काल प्रभाव से तोड़ने के निर्देश का शांतिपूर्ण विरोध जताना था।
कार्यक्रम में ़फेसबुक लाइव के माध्यम से भी कई कार्यकर्ता जुड़े थे। साथ ही मिथिला स्टूडेंट यूनियन, विश्व प्रवासी संघ, शैक्षिक महासंघ, हिन्दू ऊर्जा, राष्ट्रीय युवा विकास परिषद, अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दू सेना, युवा विकास मंच, चिकित्शक संघर्ष मोर्चा, सेव इंटरनेशनल आदि संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी इसमें भाग लिया।
मालूम हो कि 31 जुलाई को सेतु की पश्चिमी लेन को पुनर्निमाण के बाद वाहनों को पटना की ओर से आने से खोल दिया गया है। अबपूर्वी लेन को बंद कर उसके मरम्मती का काम होना है। गांधी सेतु बचाओ अभियान के संस्थापक अध्यक्ष व संयोजक डॉ. बी झा मृणाल ने कहा कि गांधी सेतु के समानांतर और दो पुलों का निर्माण किया जाना है। उससे पहले पूर्वी लेन को तोड़ने का कोई औचित्य नहीं। ऐसा होने से इस पुल से प्रत्येक दिन गुजरने वाले लाखों लोग अगले तीन-चार वर्षों तक भयावह जाम की विभीषिका झेलने को अभिशप्त होंगे। इस सेतु से प्रत्येक दिन पांच लाख से अधिक लोग गुजरते है। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ बी झा मृणाल के अलावा राकेश किशोर झा, अविनाश भारद्वाज, डॉ. सत्येन्द्र कुमार, डॉ वीणा कुमारी सिन्हा, किसलय किशोर, पंकज सिंह, धीरज कुमार, राजेश कुमार, सागर नवोदिया, नंद कुमार, श्रीकांत पांडेय और श्रेयस सिंह आदि उपस्थित थे।