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नेपाली शराब की हो रही बिक्री

सरायगढ़(सुपौल) नेपाल क्षेत्र से शराब माफिया रात के समय शराब लाकर तटबंध पार करते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 12:22 AM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 12:22 AM (IST)
नेपाली शराब की हो रही बिक्री
नेपाली शराब की हो रही बिक्री

सरायगढ़,(सुपौल): नेपाल क्षेत्र से शराब माफिया रात के समय शराब लाकर तटबंध पार करते हैं। फिर उसे निश्चित ठिकानों पर रखकर दूर-दूर तक भेजते हैं। वर्तमान समय में शराब के कारोबार से काफी संख्या में लोग जुड़ गए हैं। यही कारण है कि गांव में शराब पीने वाले की संख्या भी बढ़ती जा रही है। प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में नेपाल में बनने वाली दिलवाले शराब की बिक्री हो रही है। खासकर जब से बिहार में शराबबंदी कानून लागू हुआ तो तस्कर नेपाली शराब के साथ जुड़ गए और फिर उसी का धंधा करने लगे। अभी जितनी शराब पकड़ी जा रही है उसमें अधिकांश नेपाल में बनी दिलवाले शराब होती है।

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ट्रामा सेंटर की मांग

सरायगढ़,(सुपौल): स्थानीय लोगों ने पीएचसी सरायगढ़ भपटियाही में ट्रामा सेंटर स्थापना की मांग की है। लोगों का कहना है कि जिदगी और मौत से जूझने वाले मरीजों को ट्रामा सेंटर होने से तुरंत लाभ मिल सकता है और उसकी जान भी बच सकती है। इधर बता दें कि ट्रामा सेंटर के लिए विभागीय स्तर पर कुछ पहल भी शुरू हुई लेकिन काम नहीं हुआ। आज तक पीएचसी सरायगढ़ भपटियाही या फिर निर्मली से लेकर प्रतापगंज के बीच हाईवे के बगल में कहीं ट्रामा सेंटर नहीं बन सका। हालात यह बना है कि दुर्घटना के शिकार लोग जैसे ही पीएससी में पहुंचते हैं तो उपचार से पहले उसे रेफर करने की तैयारी शुरू कर दी जाती है।

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बदहाल उप स्वास्थ्य केंद्र

करजाईन बाजार, (सुपौल): भगवानपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्थापना के 26 वर्ष बाद भी लोगों को स्वास्थ्य सुविधा नसीब नहीं हो सकी है। कुछ वर्ष पूर्व स्वास्थ्य केंद्र के चारों तरफ चारदीवारी का निर्माण कराया गया लेकिन चकाचक चारदीवारी के बीच जर्जर भवन व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रही है। चिकित्सक एवं कर्मियों के नहीं होने से की स्वास्थ्य सुविधा सपना बना हुआ है। हालत यह है कि भगवानपुर स्थित उपस्वास्थ्य केंद्र की बदहाल व्यवस्था के चलते लोग अपनी सुविधा के अनुसार इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। जिस केंद्र में मरीजों का इलाज होना चाहिए वह जंगल में तब्दील है। इसकी हालत को देखनेवाला कोई नहीं है।


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