एसटीईटी परीक्षा रद्द होने पर अभाविप ने मनाया काला दिवस
संवाद सूत्र राघोपुर (सुपौल) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई सिमराही ने शनिवार को ह
संवाद सूत्र, राघोपुर (सुपौल): अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई सिमराही ने शनिवार को हाई स्कूल शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) रद्द करने के बिहार बोर्ड के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए निदा की है। एसटीईटी परीक्षा बेवजह रद्द करने के विरोध में अभाविप ने शनिवार को पूरे बिहार में काला दिवस के रूप ऑनलाइन आंदोलन किया। इसी क्रम में अभाविप सिमराही के कार्यकर्ताओं ने अपने अपने घरों पर रहकर हाथ में काला पट्टी बांधकर बिहार सरकार के खिलाफ ऑनलाइन आंदोलन किया। अभाविप कार्यकर्ताओं ने एसटीईटी परीक्षा रद्द होने के विरोध में शनिवार को काला दिवस मनाया। जानकारी देते हुए नगर मंत्री सिमराही अरुण जायसवाल ने कहा कि बिहार बोर्ड का यह निर्णय न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि आत्मघाती भी है। इसको लेकर संगठन बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व बिहार बोर्ड अध्यक्ष को पत्र लिख पुनर्विचार का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान संपूर्ण अवधि की वीडियोग्राफी भी कराई गई थी। जिन सेंटर्स पर अभ्यर्थियों ने परीक्षा बहिष्कार किए थे या फिर देर से केंद्र पर पहुंचने की वजह से गेट लॉक कर दिए गए थे। उन केंद्रों पर बोर्ड ने फरवरी में पुन: परीक्षा भी ली थी। लेकिन फरवरी की परीक्षा के बाद कभी भी किसी न्यू•ा पेपर, छात्र संगठन या परीक्षार्थी समूह ने न तो परीक्षा रद्द करने की मांग की और न बहिष्कार किया। फिर बोर्ड ने आंसर शीट जारी कर आपत्ति की तिथियां घोषित की। जिला एसएफएस संयोजक शंकर कुमार एवं जिला कला मंच संयोजक मयंक वर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि एसटीईटी परीक्षा के पूरे घटनाक्रम के अध्ययन हेतु अभाविप ने एक आंतरिक अध्ययन दल गठित की थी। अध्ययन दल की रिपोर्ट बीएसईबी के रिजल्ट प्रकाशित होने के समय अचानक परीक्षा रद्द किए जाने के निर्णय से खुद उसकी कार्यशैली पर ही प्रश्नचिन्ह लगा रही है। उन्होंने कहा कि सभी संबंधितों से परीक्षा रद्द करने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया गया है। यदि ऐसा नहीं होता है तो संगठन को आंदोलन करने को बाध्य होना होगा। जिसकी सारी जवाबदेही विभाग व बोर्ड की होगी। ऑनलाइन आंदोलन में नगर अध्यक्ष अभिषेक कुमार, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य प्रो. रामकुमार कर्ण, प्रो. सुरेश चौधरी, नगर सह मंत्री सुमन गुप्ता, अंकित पांडेय, शुभम कुमार, मनीष कुमार, रिकेश झा, मुकेश कुमार, आशीष कुमार आदि कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घरों पर रहकर ऑनलाइन आंदोलन में भाग लिया।