पर्यटन के क्षेत्र में संभावनाएं अपार पर सब बेकार
जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जानेवाले कई स्थान जिले में उपलब्ध हैं लेकिन पर्यटन क्षेत्र में संभावनाओं की तलाश नहीं हो रही है इनका विकास पर्यटन स्थल के रूप में नहीं हो रहा है।
जागरण संवाददाता, सुपौल। जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जानेवाले कई स्थान जिले में उपलब्ध हैं लेकिन पर्यटन क्षेत्र में संभावनाओं की तलाश नहीं हो रही है, इनका विकास पर्यटन स्थल के रूप में नहीं हो रहा है।
कोसी नदी जो इस इलाके में हर साल कहर मचाती है और अभिशाप साबित होती है इसके सीपेज एरिया को पर्यटन के लिए विकसित किया जाए तो सुपौल जिला भी पर्यटन के लिए अपनी अलग पहचान बनाएगा। प्रशासनिक स्तर पर पूर्व में इस विषय पर चर्चा भी हुई लेकिन यह चर्चा तक ही सिमट कर रह गई। इसके अलावा भी कई स्थान हैं जिनकी चर्चा तक नहीं हो रही। वीरपुर स्थित मानसरोवर झील का विकास किया जा रहा है।
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ईस्ट-वेस्ट कारिडोर के दोनों तरफ है सीपेज वाला इलाका
जिले में सड़कों का जाल बिछा है। कोसी की मनमानी को रोकने के लिए कोसी महासेतु के समीप गाइड बांध बनाया गया। फोरलेन व गाइड बांध के बीच कुछ ऐसा क्षेत्र है जिसे सीपेज एरिया कहा जाता है। इस एरिया में सालों भर पानी रहता है। जिले में यह भी एक ऐसी जगह है जिस पर ध्यान दिया जाए तो आने वाले दिनों में यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होगा। सरायगढ़-भपटियाही से कोसी महासेतु तक लगभग चार-पांच किमी की लंबाई में ईस्ट-वेस्ट-कारिडोर के दोनों ओर कोसी का सीपेज एरिया है। अगर इस पर पहल हो तो मछली उत्पादन के साथ-साथ पर्यटन के बलबूते इलाके में समृद्धि भी दिखेगी।
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नौका बिहार की भी उठी थी बात
इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने को लेकर कुछ वर्ष पूर्व प्रशासनिक स्तर पर चर्चा भी गई थी। तत्कालीन जिलाधिकारी बैद्यनाथ यादव द्वारा कहा गया था कि कोसी के इस सीपेज एरिया को सजा कर इसे पर्यटक स्थल बनाया जा सकता है। खासकर नौका बिहार के लिए यह इलाका उपयुक्त होगा और यहां पड़ोसी देश नेपाल के भी लोग नौका बिहार के लिए आएंगे। इतना ही नहीं कोसी महासेतु के समीप एक पर्यटन होटल खोलने की भी बात उठी थी, कितु इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हो पाई है।
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विकसित किए जाने की बाट जोह रहे स्थल
जिले में धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के कई स्थल मौजूद हैं जिसका विकास कर पर्यटन क्षेत्र में संभावनाओं का द्वार खोला जा सकता है। सदर प्रखंड अंतर्गत वनदेवी दुर्गा मंदिर हरदी, तिल्हेश्वर स्थान सुखपुर, दस महाविद्या मंदिर बरुआरी, बिघ्नेश्वरी भगवती मंदिर वीणा, लौरिक डीह हरदी, बरदराज पेरुमल मंदिर गणपतगंज आदि ऐसे स्थान है जिसके विकास की संभावनाएं हैं। वीरपुर स्थित मानसरोवर झील का विकास पर्यटन स्थल के रूप में किया जा रहा है जो आनेवाले दिनों में पर्यटकों को आकर्षित करेगा। अन्य स्थल अपने विकास की बाट जोह रहा है।