Move to Jagran APP

स्परों के सु²ढ़ीकरण से तटबंध से दूर जा रही कोसी की धारा

2008 की कुसहा त्रासदी के बाद तटबंध के नजदीक बसे गांवों के लोगों में समाया हुआ डर अब धीरे-धीरे कम होने लगा है। बिहार की शोक कहीं जाने वाली कोसी नदी के पूर्वी तटबंध के नजदीक स्परों के सु²ढ़ीकरण कार्य शुरू होने के बाद लोगों में बाढ़ का डर कम होने लगा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Jan 2022 05:46 PM (IST)Updated: Tue, 11 Jan 2022 06:21 PM (IST)
स्परों के सु²ढ़ीकरण से तटबंध से दूर जा रही कोसी की धारा
स्परों के सु²ढ़ीकरण से तटबंध से दूर जा रही कोसी की धारा

संवाद सूत्र, करजाईन बाजार (सुपौल)। 2008 की कुसहा त्रासदी के बाद तटबंध के नजदीक बसे गांवों के लोगों में समाया हुआ डर अब धीरे-धीरे कम होने लगा है। बिहार की शोक कहीं जाने वाली कोसी नदी के पूर्वी तटबंध के नजदीक स्परों के सु²ढ़ीकरण कार्य शुरू होने के बाद लोगों में बाढ़ का डर कम होने लगा है।

loksabha election banner

पूर्वी तटबंध के नजदीक बसे गांवों के जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने विश्व बैंक को एक आवेदन देकर पूर्वी कोसी तटबंध के नजदीक स्परों के सु²ढ़ीकरण के कार्य की काफी सराहना करते हुए आगे भी विश्व बैंक से चुने गए संवेदकों से ही कार्य कराने की अपील की है। पूर्वी कोसी तटबंध क्षेत्र के करीब 20 पंचायत के लोगों सहित बसंतपुर प्रखंड प्रमुख संतोष राम, ललिता देवी, खुशबू कुमारी, महारानी देवी, विजय कुमार, मुखिया देवेंद्र दास, संतोष कुमार मेहता, पहाड़ी पासवान, पैक्स अध्यक्ष मु. सलीम, पूर्व मुखिया धर्मेंद्र पासवान, सरपंच दुर्गानंद सिंह आदि ने विश्व बैंक के टास्क टीम लीडर दीपक कुमार को आवेदन के माध्यम से बताया है कि वर्ष 2016 में बिहार में आए भीषण त्रासदी के बाद जो पूर्वी कोसी बांध पर विश्व बैंक के द्वारा स्परों के सु²ढ़ीकरण का कार्य करवाया जा रहा है वह काफी सराहनीय है। इन्होंने बताया कि पहले कोसी मुख्य बांध के काफी करीब से बहता था, लेकिन अब जिन-जिन स्परों के सु²ढ़ीकरण का कार्य किया गया है, उन-उन स्परों से कोसी की धारा मुख्य बांध से दूर में बहने लगी है, जिससे क्षेत्र के लोगों में उत्पन्न भय में कमी आई है और लोग निर्भय होकर अपने जीवन यापन का कार्य कर रहे हैं।

साथ ही तटबंध भी सुरक्षित हो गया है तथा इस कार्य के होने से स्थानीय मजदूरों को रोजगार भी उपलब्ध होने लगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी सुधरी है। इस कार्य में विश्व बैंक द्वारा चयनित योजका इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा भी स्पर के सु²ढ़ीकरण का कार्य अच्छे तरीके से किया गया है। विश्व बैंक के माध्यम से चुने गए संवेदक का कार्य सराहनीय है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.