विभागीय आदेश-निर्देश का उड़ रहा मखौल, सालोंसाल से जमे हैं साधनसेवी
जागरण संवाददाता सुपौल जिले में उच्चाधिकारी के आदेश का मखौल किस प्रकार उड़ाया जाता है
जागरण संवाददाता, सुपौल: जिले में उच्चाधिकारी के आदेश का मखौल किस प्रकार उड़ाया जाता है इसका एक बानगी शिक्षा विभाग में देखने को मिल रहा है। यहां विभागीय आदेश के बाद भी पीएम पोषण योजना के तहत तीन या तीन वर्ष से अधिक समय तक एक ही जगह पर तैनात जिला व प्रखंड साधन सेवी का स्थानांतरण संभव नहीं हो पाया है। जिससे यह कर्मी एक ही जगह पर वर्षों से मलाई मार रहे हैं। स्थिति है कि तीन वर्ष की बात कौन कहे कई ऐसे साधनसेवी हैं जो कई वर्षों से एक ही जगह पर डटे हुए हैं। दरअसल तबादला को लेकर पीएम पोषण योजना के निदेशक सतीश चंद्र झा ने सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देशित किया था। जिसमें कहा गया था कि 3 या 3 वर्ष अधिक एक ही जगह पर पदस्थापित जिला एवं प्रखंड साधनसेवी का स्थानांतरण किया जाना है । परंतु जिले में उच्चाधिकारी के इस आदेश को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। स्थिति है कि स्थानांतरण को लेकर जिले में कोई सुगबुगाहट भी शुरू नही की गई है।
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योजना के क्रियान्वयन में है बड़ा योगदान
दरअसल पीएम पोषण योजना को सुचारू रूप से क्रियान्वित कराने में साधन सेवी का अहम योगदान होता है। साधन सेवी ही वह कर्मी होता है जो अधिकारी और प्रधान के बीच की कड़ी माना जाता है। योजना की जमीनी हकीकत की जानकारी अधिकारियों को इन्हीं के माध्यम से मिलती है। इसके अलावा किस विद्यालय में मध्याह्न भोजन की स्थिति क्या है, कहां चावल है या नहीं आदि के साथ-साथ इनके जिम्मे योजना को सही रूप से संचालित करने का भी दायित्व होता है। इसके अलावा योजना से संबंधित अन्य कार्यों का निष्पादन भी इनके माध्यम से किया जाता है। इसके लिए प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक साधनसेवी की पदस्थापना की जाती है।
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क्या है विभागीय आदेश
पीएम पोषण योजना के तहत पदस्थापित साधन सेवी के स्थानांतरण को लेकर पीएम पोषण योजना के निदेशक ने सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को आदेश निर्गत किया है । जिसमें निदेशक ने कहा है कि प्रत्येक 3 वर्ष के अंतराल पर साधनसेवी का स्थानांतरण अनिवार्य रूप से किया जाना है। परंतु यह देखा जा रहा है कि जिला के द्वारा किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के लिए कई साधनसेवी एक ही स्थान पर तीन वर्षों से अधिक समय से पदस्थापित रहने दिया जा रहा है जो कि निदेशालय के निर्देश का उल्लंघन है। निदेशक ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश का हवाला देते हुए कहा है कि सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अपने जिले में कार्यरत जिला साधनसेवी प्रखंड साधनसेवी की समीक्षा करते हुए जिनका भी पदस्थापन एक जगह पर तीन वर्ष हो चुका है उसका 30 जून 22 तक स्थानांतरण करते हुए 1 जुलाई तक निदेशालय को प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा है। इधर तय समय सीमा के बीत जाने के बाद भी इस दिशा में विभाग द्वारा कोई पहल नहीं की गई है। जिले में करीब एक दर्जन से अधिक साधन सेवी कार्यरत हैं । इनमें से कई ऐसे साधनसेवी हैं जो 3 वर्ष ही नहीं बल्कि कई वर्षों से एक ही जगह पर पदस्थापित हैं। सूत्रों की मानें तो ऐसे साधनसेवी अधिकारियों के रहमोकरम पर एक जगह पर तैनात रहकर योजना को कमाई का जरिया बना रखा है। इस कार्य में उन्हें अधिकारियों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
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कोट -
साधन सेवी के स्थानांतरण को लेकर विभाग से निर्देश प्राप्त हुआ है। निर्देश के आलोक में इनका स्थानांतरण किया जाएगा । इसकी तैयारी जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
-सुरेंद्र कुमार
जिला शिक्षा पदाधिकारी सह डीपीओ पीएम पोषण योजना ्र