अब तक क्रियाशील नहीं हुई सिमराही नगर पंचायत
17 जून को नगर पंचायत के कार्यालय में जिलाधिकारी ने कर्मी को किया था नियुक्त -फिलहाल वीरपुर
17 जून को नगर पंचायत के कार्यालय में जिलाधिकारी ने कर्मी को किया था नियुक्त
-फिलहाल वीरपुर से ही सिमराही नगर पंचायत का कार्यालय का चल रहा काम
-कार्यपालक पदाधिकारी के तबादले से भी कार्य बाधित रहा
-सिमराही को ग्राम पंचायत और नगर पंचायत में से कोई सुविधा नहीं मिल रही है
फोटो फाइल नंबर-10एसयूपी-5,6,7
संवाद सूत्र, राघोपुर(सुपौल): कई वर्षों के जद्दोजहद के बाद 03 मार्च को बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास विभाग की अधिसूचना के बाद सिमराही ग्राम पंचायत को राघोपुर प्रखंड की सिमराही और पिपराही पंचायत को मिलाकर सिमराही नगर पंचायत का दर्जा प्राप्त हुआ। नगरवासियों ने इस खुशी को त्योहार की तरह मनाया लेकिन महीनों गुजरने के बाद भी नगर पंचायत को सुविधा नहीं मिल रही है। नवगठित नगर पंचायत को सबसे पहली नजर वैश्विक महामारी की लगी। बावजूद इसके नगर विकास मंत्रालय के दखल के बाद 17 जून को जिलाधिकारी सुपौल ने पिपराही पंचायत सरकार भवन में ही नगर पंचायत के कार्यालय खोलने का आदेश दिया। कार्यपालक सहायक और लेखापाल सह आइटी सहायक की नियुक्ति का आदेश पत्र भी जारी किया गया। इसके बावजूद आज तक कार्यालय नहीं खुला। नगर पंचायत कार्यालय की कमान कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार के जिम्मे थी, जिनका तबादला कुछ दिन पूर्व ही हो गया था। नए कार्यपालक पदाधिकारी किशोर कुणाल ने अबतक कार्यभाल संभाला नहीं है। नगर पंचायत क्रियाशील नहीं होने के कारण नगरवासियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। फिलहाल बारिश के मौसम में नगर पंचायत के सभी वार्डों में जलजमाव, कीचड़ और सड़क की जर्जर हालात को कोई देखने सुनने वाला नहीं दिख रहा है। आगामी पंचायत चुनाव को लेकर विभिन्न पंचायतों में अवरुद्ध विकास कार्य या अधूरा पड़ा कार्य पूरा हो रहा है। वहीं सिमराही नगर वासियों को बस पड़ाव तंक उपलब्ध नहीं है। नगर वासियों ने सारी समस्यायों के समाधान हेतु सरकार और प्रशासन से गुहार लगाई है।