फर्जी प्रमाण पत्र लगाने वाले जाएंगे जेल : बीडीओ
सुपौल। आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका चयन मामले में जाली प्रमाण पत्र लगाने वाले अभ्यर्थियों के साथ दोषी स
सुपौल। आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका चयन मामले में जाली प्रमाण पत्र लगाने वाले अभ्यर्थियों के साथ दोषी स्कूल संचालकों को जेल की हवा खानी पड़ सकती है।
रविवार को सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड विकास पदाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार ने सेविका-सहायिका चयन प्रक्रिया पूर्ण होते ही यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद फर्जीवाड़े को लेकर जांच आरंभ कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सेविका-सहायिका चयन को लेकर चल रही आमसभा के दौरान कई अभ्यर्थियों ने जाली प्रमाण पत्र को लेकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। ऐसे में अभ्यर्थी ही दूसरे अभ्यर्थी के शैक्षणिक प्रमाण पत्र को जाली बताते हुए साक्ष्य प्रस्तुत कर रहे हैं। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी ने कहा कि जैसे ही चयन प्रक्रिया समाप्त होगी कि पहले चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया जाएगा। इसमें जो भी प्रमाण पत्र जाली पाए जाएंगे। वैसे अभ्यर्थी को चयनमुक्त करते हुए उसके खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि फर्जीवाड़े में जितने भी विद्यालय के संचालक अथवा प्रधानाध्यापक शामिल होंगे एक को भी छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने जाली प्रमाण पत्र लगाने वाले अभ्यर्थियों को कड़ी चेतावनी देते कहा कि अभी भी समय है वह सभी प्रमाण पत्र हटा ले अन्यथा प्रशासनिक कार्यवाही के लिए पूरी तरह से तैयार रहें।