आपदा प्रभावित लोगों की मदद के लिए सरकार कटिबद्ध : मंत्री
-बाढ़ के दौरान कृषि पशुपालन तथा बेघर हुए लोगों का सर्वे कार्य पूरा करने का दिया गया है निर्दे
-बाढ़ के दौरान कृषि, पशुपालन तथा बेघर हुए लोगों का सर्वे कार्य पूरा करने का दिया गया है निर्देश
जागरण संवाददाता, सुपौल: आपदा के समय लोगों को किस तरह मदद पहुंचाई जानी है, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा स्पष्ट नियम बनाए गए हैं। नियम के अनुसार ही लोगों तक अब मदद पहुंचाई जा रही है। खासकर बाढ़ जैसी आपदा से प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने को ले सरकार कटिबद्ध है। बाढ़ के दौरान कृषि, पशुपालन तथा बेघर हुए लोगों का सर्वे कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है ताकि प्रभावित लोगों को मुआवजा की राशि सरकार द्वारा नियमानुसार दी जा सके। यह कहना था जल संसाधन मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री संजय कुमार झा का। वे मंगलवार को समाहरणालय स्थित टीसीपी भवन में अधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति व राहत से संबंधित कार्यों की समीक्षा उपरांत अतिथिगृह में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। बोले कि नीतीश सरकार से पूर्व राज्य में आपदा के समय लोगों को दी जानेवाली मदद को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं थी जब से राज्य में नीतीश सरकार बनी है तब से यह नियम बनाए गए हैं कि आपदा के समय सहायता के तौर पर जो राशि निर्धारित है वह राशि सीधे लोगों के खाते पहुंचे। मंत्री ने कहा कि इसके लिए संबंधित विभागों की जिम्मेवारी भी निर्धारित की गई है। ताकि क्षति का आकलन सही-सही हो सके। कहा कि बाढ़ आपदा प्रबंधन को लेकर जो बैठक की गई थी उसमें अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया गया है कि कृषि, पशुपालन क्षेत्रों में क्षति का आकलन 10 दिनों के अंदर पूरा कर विभाग को प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करें। इसके अलावा बाढ़ के कारण यदि घर की क्षति हुई है तो उसका भी सर्वे कर लेने को कहा गया है। बैठक में इस बात की भी चर्चा की गई कि तटबंध के अंदर जो लोग फंसे हुए हैं उनकी मदद कैसे की जा सकती है, उस पर भी विस्तृत रूप से चर्चा की गई है। मंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से पूर्ण रूप से छुटकारा नहीं मिली है। कोरोना संक्रमण काल में राज्य सरकार अन्य राज्यों की अपेक्षा बेहतर काम की है। कोई ऐसा दिन नहीं जब मुख्यमंत्री ने कोरोना को लेकर चर्चा नहीं की हो। चाहे ट्रेसिग, टेस्टिग या फिर वैक्सीनेशन हो राज्य ने बेहतर काम किया है। जहां तक सुपौल का सवाल है तो इस क्षेत्र में यहां के प्रशासन ने भी बेहतर काम किया है लेकिन जिले में वैक्सीन के प्रथम और द्वितीय डोज लेने वाले की संख्या में काफी अंतर है इसके लिए मंत्री ने सभी लोगों को आगे आने की अपील की। कहा कि कोरोना से बचने का मात्र एक उपाय वैक्सीन है ऐसे में चाहिए कि सभी लोग दोनों डोज लें ताकि यह जिला कोरोना मुक्त हो सके।