विकसित हो रहा अमृत सरोवर, खेतों की सिचाई हो जाएगी सुलभ
संवाद सूत्र छातापुर (सुपौल) जल ही जीवन है। इसके बिना हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। अपन
संवाद सूत्र, छातापुर (सुपौल): जल ही जीवन है। इसके बिना हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। अपने अस्तित्व को बचाए रखने के लिए जल का संरक्षण करना हमारे लिए बहुत जरूरी है। वर्तमान में बहुत सारे देशों में जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में भारत सरकार द्वारा जल संकट को कम करने के लिए अमृत सरोवर योजना 2022 की शुरुआत की गई है जो कि जल संरक्षण की दिशा में काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रत्येक जिले में 75-75 अमृत सरोवर का निर्माण कराया जाएगा। ये तालाब आकार में काफी बड़े और गहरे होंगे। अमृत सरोवर मिशन के तहत जहां नए तालाब खोदे जाएंगे वहीं पुराने तालाबों को पुनर्जीवित किया जाएगा। योजना के तहत इन तालाबों में पानी जमा करने के लिए नाला बनाकर पानी लाया जाएगा। जिससे इन तालाबों में बारिश का पानी भर जाए। अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को जागरूक किये जाएंगे। इन अमृत सरोवरों को पर्यटन के उद्देश्य से विकसित किए जाने की भी योजना है जिसमें भोजन ट्रॉली, तालाब के चारों ओर सौंदर्यीकरण और प्रकाश व्यवस्था, छायादार पेड़ लगाना आदि शामिल हैं। मनरेगा पीओ कौशल कुमार राय ने बताया कि अमृत सरोवर योजना के तहत प्रखंड के ठूठी पंचायत में तैयार हो रहा अमृत सरोवर एक एकड़ जमीन में फैला हुआ है। इसके निर्माण में कुल लागत करीब 11 लाख कि लागत आएगी। हालांकि क्षेत्र में मानसून सीजन से पूर्व ही इनका कार्य पूर्ण करा लिया जाना चाहिए था। परंतु अब तक ठूठी पंचायत के एक मात्र सरकारी पोखर को अमृत सरोवर के तौर पर विकसित किया जा रहा है। उसका भी सौंदर्यीकरण का कार्य अभी आधा अधूरा है। इनके अलावा 15 वी वित्त योजना की राशि से चार पंचायततों में अमृत सरोवरों को विकसित किया जा रहा है। मुहम्मदगंज पंचायत के दुर्गा मंदिर के समीप चुन्नी पंचायत भवन के समीप, रामपुर पंचायत सरकार भवन के सामने व चरने पंचायत स्थित एक पोखर को अमृत सरोवर योजना के तहत विकसित कर छठ घाट का निर्माण कराया जा रहा है। ग्रामीणों के मन में अब अमृत सरोवर बन जाने के बाद खेतों की सिचाई होने की आस जगी है। इस सरोवर में कार्तिक व चैत माह में छठ व्रतियों का भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भारी भीड़ जुटती है। माडल तालाब के तर्ज पर विकसित हो रहा अमृत सरोवर से खेतों की सिचाई सुलभ हो जाएगी। ऐसे में ग्रामीणों में खुशी स्पष्ट रूप से दिखने लगी है। वहीं विभागीय अनदेखी के कारण ग्रामीणों द्वारा शिकायत पर जिलाधिकारी सुपौल ने बीडीओ से शिकायत पर अविलंब कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।