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एक हुआ मिथिलांचल, आसनपुर कुपहा तक दौड़ी रेल

सुपौल। कोसी रेल महासेतु के चालू हो जाने से मिथिलांचकोसी रेल महासेतु के चालू हो जाने से मिथिलांचल एक हो गया है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेल महासेतु राष्ट्र को समर्पित करते हुए इस रेलखंड पर ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 10:17 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 10:17 PM (IST)
एक हुआ मिथिलांचल, आसनपुर कुपहा तक दौड़ी रेल
एक हुआ मिथिलांचल, आसनपुर कुपहा तक दौड़ी रेल

सुपौल। कोसी रेल महासेतु के चालू हो जाने से मिथिलांचल एक हो गया है। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेल महासेतु राष्ट्र को समर्पित करते हुए इस रेलखंड पर ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया। 86 वर्ष बाद एकबार फिर शुरू हुए इस रेल लाइन के निर्मली तक पूरा हो जाने के बाद निर्मली की दूरी काफी कम हो जाएगी। इससे लोगों को पैसे की वचत तो होगी ही साथ ही समय भी बचेगा। यह रेलखंड इलाके में व्यापार को मजबूती करेगा जिससे कोसी का यह इलाका संपन्न होगा। एक साथ रखी गई थी दोनों महासेतु की आधारशिला

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तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003 में रेल और सड़क महासेतु की आधारशिला एक साथ रखी थी। सड़क पुल तो चालू हो गया लेकिन रेल लाइन अब चालू हो पाया है। रोड से एक हुआ मिथिलांचल अब रेल मार्ग से भी एक हो गया है। इस रेल महासेतु के निर्माण पर 516 करोड़ की राशि खर्च हुई है। बढ़ेगा व्यापार, आसान होगी यात्रा

रेल से व्यापार बढ़ेगा और यात्रा आसान होगी। फिलहाल सुपौल से सरायगढ़ जाने में बस से यात्रियों को 50 रुपये देने होते हैं जबकि ट्रेन का किराया सिर्फ 10 रुपये है। सरायगढ़ से आसनपुर कुपहा जाने के लिए बस से 30 रुपये लगते हैं अब ट्रेन से 10 रुपये ही देने होंगे। इसी तरह निर्मली तक रेल सेवा शुरू होने के बाद सामान की ढुलाई भी आसान और सस्ती होगी। चटाई उद्योग को लगेंगे पंख

जिले में हाल के दिनों में सब्जी की खेती जोर पकड़ रही है। सरायगढ़ में चटाई का कारोबार भी व्यापक पैमाने पर होता है। बस से इसकी सुरक्षित और सस्ती ढ़ुलाई नहीं हो पाती थी। अब ट्रेन के चलने से यह सुगम और सस्ती हो जाएगी। इससे चटाई उद्योग को पंख लगेगा। एम्स का मिलेगा फायदा

प्रधानमंत्री ने दरभंगा में एम्स की शुरुआत की भी घोषणा की । रेल सेवा शुरू होने से दरभंगा में शुरू होने वाले एम्स का फायदा जिले के लोगों को आसानी से मिलेगा। बस से दरभंगा जाने में जहां कम से कम छह घंटे समय लगते हैं वहीं ट्रेन से लोग अधिकतम दो घंटे में दरभंगा पहुंच जाएंगे। फिलहाल रेल महासेतु होकर रेल का परिचालन शुरू होने से लोगों की लंबी प्रतीक्षा समाप्त हुई है। जानकारों की मानें तो शुरू हुई इस रेल सेवा का असर आनेवाले चुनाव में भी दिखेगा।


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