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पांच साल यह हाल : डॉक्टर के बिना वीरान है आलीशान अस्पताल

सुपौल। पिपरा प्रखंड अंतर्गत कटैया स्थित उपस्वास्थ्य केंद्र पिपरा प्रखंड अंतर्गत कटैया स्थित उपस्वास्थ्य केंद्र व्यवस्था की लापरवाही से खुद वर्षो से बीमार पड़ा है। कभी इस उपस्वास्थ्य केंद्र की भी हस्ती थी। सुबह से शाम तक मरीजों का आना-जाना लगा रहता था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Oct 2020 09:46 PM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2020 09:46 PM (IST)
पांच साल यह हाल : डॉक्टर के बिना वीरान है आलीशान अस्पताल
पांच साल यह हाल : डॉक्टर के बिना वीरान है आलीशान अस्पताल

सुपौल। पिपरा प्रखंड अंतर्गत कटैया स्थित उपस्वास्थ्य केंद्र व्यवस्था की लापरवाही से खुद वर्षो से बीमार पड़ा है। कभी इस उपस्वास्थ्य केंद्र की भी हस्ती थी। सुबह से शाम तक मरीजों का आना-जाना लगा रहता था। यहां रामनगर, तुलापट्टी, निर्मली, बथनाहा, पथरा, बेलोखडा, गिदराही सहित आसपास के कई गांव के लोग इलाज कराने आते थे। डॉक्टर से लेकर नर्स तक की व्यवस्था हर समय उपलब्ध रहती थी, लेकिन अब यह खुद अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहा है। अब जब चुनाव सिर पर आ गया है, चारों ओर सिर्फ चुनावी शोर ही सुनाई दे रहा है। इस शोर में स्वास्थ्य सेवा की बदतर स्थिति की बात गुम हो चुकी है। इस इलाके के लोगों को सरकारी अस्पतालों से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलना एक सपना बना हुआ है। यही वजह है कि लोगों को छोटी-मोटी बीमारियों मे भी शहर की दौड़ लगानी पड़ती है। इस समस्या की ओर न शासन-प्रशासन का ध्यान है और ना ही जनप्रतिनिधियों का।

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कहते हैं ग्रामीण

फोटो फाइल नंबर-4एसयूपी-9

घनी आबादी व एनएच के किनारे बना यह स्वास्थ्य केंद्र हाथी का दांत बनकर रह गया है। डॉक्टर के नहीं आने से मरीजों के आने की आने की बात ही नहीं उठती। दो दशक पूर्व यहां मरीजों का तांता लगा रहता था, लेकिन दिन प्रतिदिन यह केंद्र बदहाल होता गया। सिर्फ एएनएम के भरोसे केंद्र चलता है।

सत्यदेव मंडल

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फोटो फाइल नंबर-4एसयूपी-10

केंद्र की स्थापना के दिनों मे यहां डाक्टर और कर्मी आते थे। जैसे-जैसे समय बीतता गया यहां की विधि व्यवस्था सिमटती गई। आज स्थिति यह है कि इलाके के लोग सुपौल या पिपरा में इलाज कराने जाते हैं।

सुरेश कुमार

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फोटो फाइल नंबर-4एसयूपी-11

स्वास्थ्य केंद्रों की सुधार में सबसे बड़ी बाधा डॉक्टर व कर्मी की कमी के साथ संसाधन का अभाव है। मरीजों को समय पर समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। बदहाली व समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई हैं।

परमेश्वरी मंडल

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फोटो फाइल नंबर-4एसयूपी-12

यह उप स्वास्थ्य केंद्र समस्याओं के मकड़जाल में फंसा हुआ है। अब यहां सिर्फ नाम का केंद्र बनकर रह गया है। सरकार को चाहिए कि इस केंद्र को फिर से चालू करे।

रामचंदर ठाकुर

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फोटो फाइल नंबर-4एसयूपी-13

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से लोगों का इलाज तो दूर डॉक्टर का दर्शन भी सपना हो गया है। लोग इलाज करवाने के लिए परेशान रहते हैं। पर यहां कोई सुविधा ही नहीं है।

सुशील वर्मा


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