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धनी बनने की चाह पकड़ा देती है अपराध की राह

ब्रह्मानंद सिंह सुपौल रातों-रात अमीर बनने की चाह युवाओं को अपराध की राह पर ढकेल रह

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 12:11 AM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 12:11 AM (IST)
धनी बनने की चाह पकड़ा देती है अपराध की राह
धनी बनने की चाह पकड़ा देती है अपराध की राह

ब्रह्मानंद सिंह, सुपौल : रातों-रात अमीर बनने की चाह युवाओं को अपराध की राह पर ढकेल रहा है। यूं कहा जाय कि युवाओं का अपराध की दुनिया से नाता जुड़ने का ग्राफ तेजी से चढ़ रहा है। अपना कॅरियर संवारने की बजाय युवाओं का अपराध की दुनिया में कदम रखना समाज के लिए चिता का विषय बनता जा रहा है। खासकर 18 से 21 उम्र वाले युवा अधिकांशत: अपराध की राह के नजदीक देखे जा रहे हैं। दरअसल आधुनिकता की चकाचौंध के भंवर में फंस आज के युवा शानो-शौकत व आराम की जिदगी जीने का सपना देखने लगते हैं। इसके लिए उसे धन की जरूरत महसूस होती है। जल्द से जल्द धनी बनने के चक्कर में वे छोटी-मोटी चोरी जैसी घटना से अपराध की शुरुआत करते हैं और उसमें एक बार सफल होने के बाद धीरे-धीरे वे बड़े से बड़े अपराध को अंजाम देने लगते हैं। हाल के छह-सात माह में पुलिस द्वारा कई अपराधी ऐसे पकड़े गए जो इसी उम्र वर्ग के थे। ऐसे अपराधी थोड़े से लालच में अपराध को अंजाम दे रहे थे।

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चोरी-लूट जैसी घटना को देते हैं अंजाम

पुलिस द्वारा पकड़े गए अपराधियों में से 18 से 21 वर्ष के अपराधी के द्वारा अक्सर चोरी, लूट व छिनतई जैसी घटना को अंजाम देने की बात सामने आई है। ऐसे अपराधियों में धन कमाने के साथ बड़ा बनने, दूसरों पर प्रभाव जमाने व प्रसिद्धि पाने की ललक रहती है। ये अपराधी नशे के भी आदी होते हैं। दरअसल जवानी की दहलीज पर कदम रखने के साथ ही युवा अक्सर यह फैसला नहीं ले पाते कि उसके लिए क्या सही है और क्या गलत। वो ये नहीं जानते कि जिस रास्ते पर वह जाने का प्रयास कर रहा है वह रास्ता उसकी जिदगी के साथ-साथ समाज के लिए घातक है। ऐसे अपराधी पुलिस के लिए भी सिरदर्द साबित हो रहे हैं।

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जेल में सीखते हैं अपराध की एबीसीडी

शुरुआती समय में जब युवा अपराधी छोटे-मोटे अपराध के जुर्म में जेल जाते हैं तो वहां उसे अपराध की दुनिया के मजे हुए खिलाड़ियों से मुलाकात होती है। उसी से वे अपराध की एबीसीडी सीखते हैं और फिर जेल से बाहर निकलने के बाद बड़े से बड़े अपराध को अंजाम देते हैं। सुपौल में ऐसा कोई संगठन भी नहीं है जो युवाओं को जागरूक कर अपराध की राह पर जाने से रोके।

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केस स्टडी-1

10 अगस्त 2020 को जदिया थाना उत्क्रमित उच्च विद्यालय पांडेयपट्टी में चोरी की घटना घटी थी। इसमें पुलिस ने 08 अपराधी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार अपराधियों में एक 18 वर्ष तो एक अन्य अपराधी 21 वर्ष का था।

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केस स्टडी-2

29 दिसंबर 2020 को सदर थाना पुलिस ने लूट की घटना के मामले में तीन अपराधी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया था। इसमें से दो अपराधी की उम्र बीस-बीस साल थी। एक ने तो लूट की राशि से साउंड सिस्टम खरीद लिया था।

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केस स्टडी-3

04 फरवरी 2021 को पिपरा थाना क्षेत्र के महेशपुर में घटी लूट व हत्या के मामले में जब पुलिस ने चार अपराधी को गिरफ्तार किया तो यह बात सामने आई कि घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को हथियार सप्लाई करने वाले अपराधी की उम्र 21 साल है।


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