आसमान से बरसी आफत, फसलों को पहुंचा भारी नुकसान
संवाद सूत्र करजाईन बा•ार(सुपौल) कोरोना के कहर के बीच आंधी एवं बारिश इस बार किसान
संवाद सूत्र, करजाईन बा•ार(सुपौल): कोरोना के कहर के बीच आंधी एवं बारिश इस बार किसानों को पूरी तरह बर्बाद करने पर तुली है। शुक्रवार की सुबह से ही बारिश ने खेत से लेकर खलिहान तक फसल को बर्बाद कर दिया है। खेतों में लहलहाती फसलों को देखकर किसानों ने जिस अरमान से न जाने कितने सपने पलकों में संजोया था। वे अरमान, वे सपने ताश के महल की तरह ढहने लगे हैं। मकई एवं सूर्यमुखी की फसल देखकर ़खुशी से झूमने वाले किसान अब फूट-फूटकर रोने को विवश है। लगातार पांच महीनों से खून-पसीने बहा कर लगाई गई फसल प्रकृति के रौद्र रूप के सामने बर्बाद हो रहा है। जी तोड़ मेहनत करने के बाद पकी-पकाई फसल खराब हो जाने से किसानों के मुंह तक आया निवाला छिन गया है। देर रात में ही मौसम ने अचानक ऐसा पलटा खाया कि लोगों के चेहरे मुरझा गए। सुबह से आसमान से बरसी आफत ने धरतीपुत्रों के सपने को चकनाचूर कर दिया। खासकर मकई की खेती करने वाले किसान तो खेतों की दशा देखकर रोने को विवश है। खेतों में तैयार मक्का की फसल को बारिश ने चौपट कर दिया। काटकर तैयारी के लिए रखी मक्के की फसल भी भींग कर खराब हो रहा है। दलहनी फसल मूंग को भी खासा नुकसान पहुंचा है। खेतों में पानी लगने से मूंग की।फसल सूख रही है। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि बारिश से फसलें प्रभावित हुई हैं। तैयार मक्के की फसल लगातार भींगने से अंकुरित होने लगी है। साथ ही गुणवत्ता भी प्रभावित हुआ है। गत एक सप्ताह पूर्व में तीन बार आई आंधी-बारिश से भी किसानों को नुकसान हुआ था। किसानों ने बताया कि कर्ज, उधार लेकर लगाई गई फसल को मौसम की मार ने तहस-नहस कर दिया है। पहले से इस क्षेत्र के उपेक्षित किसानों की स्थिति अब तो बेहद ही ़खराब हो गई है।
----------------------------------- तुरंत सर्वें कराकर मिले उचित मुआवजा
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बारिश व आंधी से हुए नुकसान का सर्वें कराकर किसानों को आर्थिक मदद करने की मांग शुरू कर दी है। इन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के
किसानों की हालत पहले से बहुत ़खराब है। इसलिए तत्काल नुकसान एवं प्रभावित फसलों का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा प्रदान करें।