स्थानांतरण के बहाने की गई फर्जी नियुक्ति, आरटीआई से खुली पोल
-राघोपुर सुपौल में पदस्थापित प्रखंड कृषि पदाधिकारी को बक्सर से किया गया मोतिहारी स्थांतरण
-राघोपुर सुपौल में पदस्थापित प्रखंड कृषि पदाधिकारी को बक्सर से किया गया मोतिहारी स्थांतरण
-कृषि विभाग के स्थांतरण सूची में एक ही व्यक्ति को दो जगह मान लिया पदस्थापित -जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा दी गई सूचना से मामला हुआ उजागर
जागरण संवाददाता, सुपौल: स्थानांतरण कर्मचारियों के लिए भले ही पीड़ा दायक हो, लेकिन माफिया एवं भ्रष्टाचारियों के लिए हमेशा एक बेहतर अवसर साबित होता है। सुपौल जिला इस मामले में अजूबा है कि पिछड़ा, गरीब एवं अशिक्षित की वजह से जिला का भ्रष्टाचारियों एवं माफिया से चोली-दामन का रिश्ता रहा है। इस बार जब जून 2020 में स्थानांतरण का दौर आया तो अधिकारियों ने हमेशा की तरह स्थानांतरण को अवसर में बदलने में कोई कोताही नहीं की। बिहार सरकार के कृषि विभाग के द्वारा स्थानांतरण में एक फर्जी सहायक अनुसंधान पदाधिकारी बनाए जाने का एक मामला प्रकाश में आया है। मामला का खुलासा सूचना अधिकार के तहत प्राप्त सूचना एवं बिहार सरकार के कृषि विभाग के द्वारा जारी स्थानांतरण अधिसूचना के बाद भ्रष्टाचार मुक्त जागरूकता अभियान ने किया है। सुपौल निवासी आरटीआई कार्यकर्ता सह भ्रष्टाचार मुक्त जागरूकता अभियान के अनिल कुमार सिंह ने मामला को उजागर करते हुए कहा है कि कृषि विभाग बिहार सरकार के द्वारा 30 जून 2020 के द्वारा जारी अधिसूचना के द्वारा अमरेंद्र कुमार प्रखंड कृषि पदाधिकारी इटाढ़ी जिला बक्सर का स्थानांतरण सहायक अनुसंधान पदाधिकारी जिला कृषि पदाधिकारी कार्यालय मोतिहारी किया गया है। जबकि असलियत यह है कि प्रखंड कृषि पदाधिकारी इटाढ़ी के पद पर अमरेंद्र कुमार पदस्थापित ही नहीं है। प्रखंड कृषि पदाधिकारी इटाढ़ी के पद पर जगन्नाथ सिंह पदस्थापित हैं। माफिया ने जिस अमरेंद्र कुमार के वरीयता क्रमांक, जन्मतिथि के आलोक में मोतिहारी में पदस्थापित किया है वह अमरेंद्र कुमार सुपौल जिले के राघोपुर प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पद पर तैनात हैं।
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कृषि विभाग के अधिसूचना में हुआ फर्जी नियुक्ति
बिहार सरकार कृषि विभाग के विशेष सचिव ने अधिसूचना संख्या 2028 दिनांक 30 जून 2020 के द्वारा 76 कृषि पदाधिकारी का स्थानांतरण किया है। स्थानांतरण सूची के क्रमांक 45 पर अमरेंद्र कुमार प्रखंड कृषि पदाधिकारी इटाढ़ी जिला बक्सर वरीयता क्रमांक 469 गृह जिला भोजपुर का स्थानांतरण सहायक अनुसंधान पदाधिकारी जिला कृषि कार्यालय मोतिहारी में किया गया है। जबकि असलियत यह है कि कृषि निदेशालय बिहार पटना के आदेश संख्या 365 दिनांक 26 जून 2019 के क्रमांक 116 के द्वारा जगन्नाथ सिंह प्रखंड कृषि पदाधिकारी इटाढ़ी जिला बक्सर में पदस्थापित हैं।
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सूचना अधिकार ने खोली पोल
जिला कृषि पदाधिकारी सुपौल द्वारा भ्रष्टाचार मुक्त जागरूकता अभियान के अनिल कुमार सिंह को उपलब्ध कराई गई सूचना ने विभाग के फर्जी नियुक्ति का पोल खोल दिया है। जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा 2 जुलाई 2020 को उपलब्ध कराई गई सूचना में कहा गया है कि अमरेंद्र कुमार प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघोपुर में 11 जुलाई 2019 से अब तक कार्यरत हैं। श्री कुमार का वरीयता क्रमांक 469 है तथा जन्म तिथि 18 जनवरी 1965 है तथा गृह जिला पटना है।
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माफिया ने खेला खेल
कृषि माफिया ने भ्रष्टाचारियों से मिलकर राघोपुर प्रखंड में पदस्थापित अमरेंद्र कुमार वरीयता क्रमांक 469 को बक्सर जिला से मोतिहारी जिला में पदस्थापित कर फर्जी नियुक्ति करने का प्रयास किया है। गृह जिला पटना के बदले भोजपुर अंकित कर आम लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास किया है। कृषि विभाग के सरकारी वेबसाइट पर वरीयता क्रमांक 469 अमरेंद्र कुमार गृह जिला पटना, जन्मतिथि 18 जनवरी 1965 ही अंकित है।
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भ्रष्टाचार मुक्त जागरूकता अभियान की मांग
अनिल कुमार सिंह ने बिहार सरकार एवं कृषि विभाग इस मामले की जांच की मांग करते हुए स्थानांतरण आदेश के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। श्री सिंह ने कहा है कि माफिया भ्रष्टाचारियों के मेल से सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर देता है। जिससे सरकार को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।