बिहार सरकार की विफलता को ले रालोसपा लगाएगा मानव कतार
बेपटरी नहीं हो समाज इसके लिए सुपौल जिले के सरायगढ़-भपटियाही के पिपराखुर्द निवासी देव सुंदर शर्मा 65 वर्ष की उम्र में भी आवाज लगा रहे हैं। वे 2012 में रेलवे से सेवानिवृत्त हुए। नौकरी के समय से ही उनके मन में समाज को आगे बढ़ाने की ललक थी। जैसे ही सेवानिवृत्त हुए कि गांव आकर सबसे पहले शिक्षा दान देने की शुरुआत की। गांव में गरीब तथा महादलित वर्ग के छात्र-छात्राओं की खोज करना तथा उसको शिक्षा से जोड़ना उनका मुख्य लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, सुपौल: मुख्यमंत्री बनने से पूर्व नीतीश कुमार ने राज्य के लोगों से जो वादा किया था उसे नहीं निभाया गया। बिहार में नीतीश कुमार हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुए हैं। राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को सरकार की उपेक्षा के कारण बेहतर शिक्षा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। शिक्षा और रोजगार के मामले में राज्य सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है। इन्हीं सब मांगों को लेकर 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर रालोसपा द्वारा सरकारी विद्यालयों के सामने मानव कतार बनाया जाएगा। यह कहना है रालोसपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष चंदन कुमार बागची का। वे सोमवार को व्यापार संघ भवन में प्रेस वार्ता के दौरान बोल रहे थे। बोले कि मुख्यमंत्री बनने से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो बिहार के आम आवाम से वादा किया था उस वादे को निभाने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। आज बिहार बदहाल है और नीतीश कुमार हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुए हैं। कहा कि नीतीश कुमार जनता को अपने कार्यों का रिपोर्ट कार्ड देने की वजह गांव-गांव घूम कर प्रचार बांट रहे हैं। लेकिन शिक्षा और रोजगार जैसे मूल मुद्दों पर वे बोलने से परहेज कर रहे हैं। सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था और चौपट हुई है। यू डायस की रिपोर्ट के अनुसार अभी विद्यालयों में सुविधाओं का घोर अभाव है। बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद खाली हैं जो भी शिक्षक हैं उन्हें पढ़ाने के अलावा कई और कार्य उनके ऊपर सौंप दिया गया है। ऐसे में सरकारी विद्यालयों में गरीब, पिछड़े, दलित के बच्चों को सरकार की उपेक्षा पूर्ण रवैया के कारण बेहतर शिक्षा नहीं मिल पा रही है। पिछले 15 वर्षों में रोजगार के लिए पलायन में 25 फ़ीसद का इ•ाफ़ा हुआ है। बनने वाले मानव कतार सभी स्कूलों के सामने सुबह 11:30 से 12:00 बजे तक रहेगा। ताकि शिक्षा और रोजगार के सवाल को गांव शहर पर चलने वाली चर्चा परिचर्चा का मुख्य विषय बन सके और आगामी चुनाव का यह मुख्य मुद्दा में शामिल हो सके। इस मौके पर जिलाध्यक्ष धर्मपाल कुमार, जिला उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता प्रशांत कुमार, प्रदेश महासचिव मु. इजहार, अर्जुन मेहता, लक्ष्मीनारायण मेहता, गौतम कुमार, नागेश मिश्रा, दीप नारायण मंडल, पप्पू कुशवाहा, अनिल यादव, मु. इकबाल, जितेंद्र कुमार समेत कई पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित थे।