विकास के दावों के बीच एक सड़क को तरस रहे वार्डवासी
मुख्यालय पंचायत स्थित महादलित टोला वार्ड संख्या 17 के विकास को लेकर हो रहे तमाम दावे के बीच मुख्य बाजार तक जाने वाले मार्ग की बदहाली से मुहल्लेवासियों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। लगभग 10 वर्ष पूर्व बनी ईंट सोलिग में जगह-जगह गड्ढा बन गया है। जिस कारण लोगों को जाने-आने में परेशानी होती है। जरा सी बारिश होते ही लोगों के लिए आवागमन मुश्किल हो जाता है। बावजूद इसके जिम्मेदार आंख मूंदे हुए हैं।
संवाद सूत्र, छातापुर(सुपौल): मुख्यालय पंचायत स्थित महादलित टोला वार्ड संख्या 17 के विकास को लेकर हो रहे तमाम दावे के बीच मुख्य बाजार तक जाने वाले मार्ग की बदहाली से मुहल्लेवासियों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। लगभग 10 वर्ष पूर्व बनी ईंट सोलिग में जगह-जगह गड्ढा बन गया है। जिस कारण लोगों को जाने-आने में परेशानी होती है। जरा सी बारिश होते ही लोगों के लिए आवागमन मुश्किल हो जाता है। बावजूद इसके जिम्मेदार आंख मूंदे हुए हैं।
बता दें कि दुर्गा मंदिर से उत्तर इस मार्ग पर लगभग एक हजार की आबादी में पंचायत भवन, महादलित टोला सहित कई अन्य जनप्रतिनिधियों के भी निवास स्थान होने के बावजूद भी विकास कार्यों के प्रति कोई ध्यान नहीं दिया दे रहा है। यहां तक की मुहल्ले से जाने वाले मुख्य मार्ग प्रतापगंज मुख्य मार्ग को भी जोड़ती है पर आज तक टूटे हुए सड़क की मरम्मत नहीं हो सकी। अब तो हल्की सी बारिश भी परेशानी पैदा कर देती है। कीचड़-पानी से सन जाने वाले मार्ग पर चलना मुश्किल हो जाता है। लोगों का दर्द तो यह है कि भले ही चुनाव के दौरान लोग मुहल्ले की ओर लाइन लगाए रहते हैं लेकिन उसके बाद आज तक कोई जनप्रतिनिधि मुहल्ले में नहीं झांकता।
------------------------
कहते हैं लोग
सेवानिवृत्त शिक्षक रामप्रसाद रमण कहते हैं कि सड़क निर्माण की अत्यंत आवश्यकता है। लोगों को भारी परेशानी हो रही है। किन्तु किसी स्तर से न तो मरम्मत कराई जा रही है न तो सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। सड़क बन जाती तो पूरे मुहल्ले के लोगों को राहत मिलती। युवक राहुल मौर्या बताते हैं कि इसी सड़क होकर पंचायत के मुखिया पंचायत भवन पर आते है। इस वार्ड के वार्ड सदस्य रोज घर आते जाते हैं लेकिन नजरें इनायत नहीं होती। हल्की सी भी बारिश होने के बाद मार्ग पर चलना मुश्किल हो जाता है। अवगत कराने के बाद भी विकास के लिए जिम्मेदार लोग कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। कहा कि सड़क का निर्माण हो जाता तो लोगों को राहत मिलती। डॉ श्याम सुंदर शर्मा, घनश्याम राम, प्रदीप प्रभाकर, मिट्ठू सेन शर्मा, चितरंजन भगत, डोमी शर्मा, प्रवीण कुमार सहित दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि ऐसा नहीं है सरकारी महकमे से लेकर जनप्रतिनिधि महादलित टोला में 15 अगस्त व 26 जनवरी को झंडोत्तोलन में जरूर आते हैं। यहां की समस्याओं को भी सुनते हैं लेकिन
छातापुर पंचायत के इस महादलित टोला को पूरी तरह उपेक्षित छोड़ दिया गया है। विशेषकर साइकिल व बाइक सवार दिक्कत झेल रहे हैं। बारिश के दौरान तो पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप