विश्व पर्यावरण दिवस पर न्यायालय परिसर में पौधरोपण
फोटो फाइल नंबर-5एसयूपी-13 जागरण संवाददाता, सुपौल: वृक्ष न सिर्फ हमारे लिए लाभकारी है, बल्कि वह जीव
फोटो फाइल नंबर-5एसयूपी-13
जागरण संवाददाता, सुपौल: वृक्ष न सिर्फ हमारे लिए लाभकारी है, बल्कि वह जीवनदायी भी है। जहां वृक्ष हम लोगों के द्वारा उत्सर्जित किये गये कार्बनडाइ ऑक्साड गैस को ऑक्सीजन में तब्दील करते हैं, वहीं ये वातावरण को भी संतुलित रखते हैं। उक्त बातें जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुरेन्द्र प्रसाद पांडेय ने मंगलवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण करने के उपरांत कही। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि प्राचीनकाल को अगर हम देखें तो हमारे पूर्वज व कई ऋषि-महर्षि जंगलों में वास करते थे और इसलिए वे आज के वनिस्पत लोगों से ज्यादा स्वस्थ व दीर्घायु हुआ करते थे। परन्तु आज हम शहरीकरण के दौर में वृक्षों की कटाई कर उनकी जगह बड़े-बड़े महल खड़ा कर रहे हैं। जिससे वातावरण असंतुलित हो रहा है और इसका कुप्रभाव जनमानस पर होते दिख रहा है। पहले जमाने में लोगों के पास एक बगीचा हुआ करता था, घरों में तुलसी व पीपल के नीचे बैठ कर पूजा की जाती थी। कारण था कि ये दोनों वृक्ष सबसे ज्यादे ऑक्सीजनदायी होते हैं। आधुनिकीकरण के दौर में हम पूर्वजों के विरासत को न सिर्फ मटियामेट कर रहे हैं, बल्कि अपने स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। इस दिशा में सरकार ने भी पहल कर रखी है। एक वृक्ष दस पुत्र के समान नारों के साथ जगह-जगह पौधरोपण किया जा रहा है। इस पुनीत कार्य में हम सबों की सहभागिता होनी चाहिए। ताकि हम आने वाले पीढ़ी को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण दे सकें। मौके पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अमृत लाल यादव, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम आलोक राज, एडीजे द्वितीय अशोक कुमार ¨सह, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कमलेश चन्द्र मिश्रा, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रविरंजन मिश्रा, अवर न्यायाधीश प्रथम प्रकाश पासवान, अवर न्यायाधीश तृतीय अजय कुमार, चतुर्थ सुनील कुमार ¨सह, पंचम विजय किशोर ¨सह, षष्टम इन्द्राणी किस्कु, अनुमंडल न्यायाकि दंडाधिकारी प्रहलाद कुमार, मंसिफ ज्योति कुमार कस्यप, न्यायिक दंडाधिकारी कुमार कृष्ण देव, विवेक कुमार मिश्र, कमलेश ¨सह देबू, मुंसिफ नागेन्द्र नाथ झा, सुधीर कुमार झा, अर्जुन प्रसाद गुप्ता, सर्वेश कुमार झा, मो. शमीम समेत न्यायिक कर्मी व अन्य लोग मौजूद थे।