BBA छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मुख्य आरोपी विनायक सिंह ने किया कोर्ट में सरेंडर, एक अभी भी फरार
बीबीए छात्रा के साथ पटना में गन प्वाइंट पर किए गए दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपी विनायक सिंह ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पुलिस इसे अपनी उपलब्धि मान रही है।
पटना, जेएनएन। पूरे बिहार को शर्मसार करनेवाली पटना में हुई गैंगरेप की घटना में मुख्य आरोपी विनायक सिंह ने बुधवार को अपराह्न बाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। उसने सिविल कोर्ट में जाकर सरेंडर किया है। जानकारी मिलते ही पटना पुलिस के सीनियर अफसर कोर्ट पहुंच गए हैं। बता दें कि सोमवार की देर शाम पटना के बोरिंग रोड इलाके में बीबीए की छात्रा का मनचलों ने पहले अपहरण कर लिया था, फिर उसके साथ दो लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। मंगलवार को पीडि़ता ने खुद पाटलिपुत्र थाने में जाकर इसकी शिकायत की। पीडि़ता गोपालगंज की रहनेवाली है।
इधर, अपहरण के बाद गैंगरेप की इस घटना में मुख्य आरोपी विनायक सिंह के कोर्ट में सरेंडर करने को पुलिस अपनी उपलब्धि मान रही है। पुलिस का कहना है कि पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबिश बनाए हुए थी। इसी के कारण विनायक ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। गौरतलब है कि मंगलवार को ही चार में दो आरोपियों विकास और कुश को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जबकि चौथा आरोपी अभी भी फरार है।
बता दें कि मुख्य आरोपी विनायक सिंह का लंबा-चौड़ा आपराधिक इतिहास रहा है। वह रॉकर्स नामक बाइकर्स गिरोह का सदस्य है। उसकी वजह से एक होनहार छात्रा को पटना छोड़कर जाना पड़ गया था। पुलिस को जानकारी मिली है कि फायरिंग व मारपीट के मामले में वह हाल में ही जेल से छूट कर आया है।
मूलरूप से वैशाली जिले का रहने वाला विनायक सिंह पीएंडएम मॉल के सामने उसी लाल रंग के मकान की चौथी मंजिल पर स्थित फ्लैट में किराए पर रहता था। जीबी मॉल के एक कैफे संचालक से उसकी अच्छी दोस्ती है, जिसके जरिए वह बोरिंग रोड इलाके के हॉस्टलों में रहनेवाली लड़कियों को फांसता था। करीब दो साल पहले उसने वाराणसी की एक लड़की को प्रेमजाल में फंसाया था। वह बोरिंग रोड स्थित ननिहाल में रहती थी। विनायक ने युवती की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बना लिया था। जब युवती ने शादी के लिए दबाव डाला तो उसने दोस्तों के बीच तस्वीरें और वीडियो वायरल कर दिया था। इसके कारण युवती का घर से निकलना दुश्वार हो गया और वह पटना छोड़कर वाराणसी लौट गई थी।
छानबीन के दौरान मालूम हुआ कि पिछले साल बोरिंग कैनाल रोड में वेलेंटाइन डे पर विनायक ने एक होटल के बाहर फायरिंग की थी। वह शराब के नशे में धुत था। पुलिस के आने से पहले वह भाग गया था। करीब छह माह पहले कंकड़बाग में विरोधी गुट के लड़कों ने उसकी बुरी तरह पिटाई की थी। उनसे बचने के लिए वह लंबे समय तक इंदौर में छिपा रहा।