5 मिनट की जगह 31 मिनट खड़ी रही लिच्छवी एक्सप्रेस
शहर के मुख्य पथ पर ही जाम नहीं लगता बल्कि जंक्शन के पूरब सिसवन ढाला पर आए दिन जाम से लोगों को दो-चार होना पड़ता है। यहां सबसे बड़ी समस्या यह है कि ढाला बंद होने के बाद दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग जाती है।
सिवान । शहर के मुख्य पथ पर ही जाम नहीं लगता, बल्कि जंक्शन के पूरब सिसवन ढाला पर आए दिन जाम से लोगों को दो-चार होना पड़ता है। यहां सबसे बड़ी समस्या यह है कि ढाला बंद होने के बाद दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग जाती है। इससे रेलवे ट्रैक पर भी गाड़ियां खड़ी रहीं। सड़क जाम के चलते रेलवे फाटक भी बंद नहीं हो रहा था। इससे जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर गुरुवार की सुबह डाउन लिच्छवी एकसप्रेस पांच मिनट की जगह 31 मिनट खड़ी रही। वहीं डाउन मौर्य एक्सप्रेस भी 20 मिनट खड़ी रही। इससे ट्रेन में सवार यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यात्रियों को इस बात का पता नहीं चल पा रहा था कि आखिर किस कारण से ट्रेन निर्धारित अवधि से ज्यादा समय तक खड़ी है। इससे वे बेचैन भी थे। साथ ही ट्रेन से बाहर निकलकर प्लेटफॉर्म पर भी अन्य यात्रियों से जानकारी लेने का प्रयास कर रहे थे। जाम की समस्या को ध्यान में रखते हुए सिसवन ढाला पर आरपीएफ जवानों को तैनात किया गया। इसके द्वारा काफी मशक्कत के बाद रेलवे ट्रैक को खाली कराया गया। इसके बाद ट्रेन छपरा की तरफ रवाना हुई। बता दें कि डाउन लिच्छवी एक्सप्रेस 11:47 बजे आई, लेकिन 12:18 बजे खुली। वहीं गुरुवार को रेलवे के अधिकारियों ने सिसवन ढाला का निरीक्षण कर जाम की समस्या को दूर करने का प्रयास किया। जिसमें ढाला को और चौड़ा करने की बात पर चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि डीआरएम को इस बात से अवगत कराया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान सहायक मंडल इंजीनियर अच्छे सिंह राठौर, आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह, स्टेशन अधीक्षक नवनीत कुमार, सीनियर सेक्शन इंजीनियर सिग्नल, सीनियर सेक्शन इंजीनियर, आइओडब्ल्यू आदि मौजूद थे।