सिसवन से सिवान की दूरी 33 किमी, बस संचालक वसूल रहे 80 रुपये किराया
कोरोना की पहली व दूसरी लहर थमते ही वाहन संचालकों द्वारा यात्रियों से कोरोना के नाम पर आर्थिक दोहन किया जा रहा है। 33 किलोमीटर की दूरी का किराया 80 रुपये वसूला जा रहा।
संसू, सिसवन (सिवान) : कोरोना की पहली व दूसरी लहर थमते ही वाहन संचालकों द्वारा यात्रियों से कोविड-19 तथा डीजल पेट्रोल में मूल्य वृद्धि का कारण बता यात्रियों से मनमाना किराया वसूली कर आर्थिक शोषण किया जा रहा है। इस कारण लगभग प्रतिदिन किराए को लेकर यात्रियों से वाहन संचालकों की तू-तू मै-मै होती ही रहती है। यहां तक की मारपीट की नौबत भी आ जाती है।
निर्धारित मूल्य से दो से ढाई गुणा अधिक किराए की वसूली किए जाने से यात्रियों को आर्थिक एवं मानसिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। यहां तक कि मनमाफिक किराया नहीं देने पर वाहन संचालकों द्वारा यात्रियों को बीच रास्ते में उतार दिया जाता है। जिला प्रशासन द्वारा किराया को लेकर रेट निर्धारित करने के बावजूद बस, टैक्सी, जीप, टेंपो संचालकों द्वारा जबरन दो से ढाई गुना किराया वसूला जा रहा है। इससे लोगों में रोष है। यात्रियों द्वारा स्थानीय पुलिस से शिकायत की जाती है, तो वे चुप्पी साध लेते हैं, जिसका नतीजा है कि बस व निजी गाड़ियों के संचालक बेधड़क यात्रियों से जबरन अधिक किराया वसूल रहे हैं। पूर्व में चैनपुर से सिवान का किराया था 30 रुपये व सिसवन से सिवान का 35 रुपया
सिसवन से सिवान की दूरी 33 किलोमीटर है, जबकि वाहन संचालकों द्वारा 80 रुपये किराया वसूला जा रहा है। वहीं चैनपुर से सिवान की दूरी 27 किलोमीटर है, जबकि किराया 30 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपया कर दिया गया है, जो निर्धारित दर से दोगुनी है। वहीं पटना का किराया 450 रुपए वसूले जा रहे हैं। पूछने पर बस संचालकों द्वारा कोविड-19 का पालन कराने तथा डीजल पेट्रोल के मूल्य वृद्धि होने का हवाला दिया जाता है। संचालकों द्वारा यात्रियों से अधिक किराया लेने के बावजूद गाड़ी में सवारी को ठूंस-ठूंस कर बैठाया जाता है। संचालक पेट्रोलियम पदार्थों के दाम में बढ़ोतरी का हवाला देकर बस या निजी गाड़ी के संचालक यात्रियों से किराया तो दोगुना वसूल रहे हैं, लेकिन नियमों को मानने की जगह उसको ताक पर रख दिया जा रहा है। बस में निर्धारित सीट से अधिक यात्रियों को बैठाया जा रहा है। -----------
यात्री मिथिलेश साह ने बताया कि अधिक किराया के चलते बजट बिगड़ जा रहा है। सिवान आने जाने में बस एवं टेंपो का किराया दो सौ रुपये खर्च हो जा रहे हैं, जिसके चलते आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं सत्यदेव सिंह ने बताया कि बस चालक मनमानी किराया वसूल रहे हैं, बस चालकों की मनमानी के चलते कई बार चालकों मे वाद विवाद भी हो जाता है। प्रशासन को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। वहीं शिक्षिका नेहा कुमारी ने बताया कि बस संचालक किराया ज्यादा ले रहे हैं। कोविड गाइडलाइन के तहत बैठाने की जगह निर्धारित सीट से अधिक यात्रियों को बैठाया जाता है। इसका विरोध करने पर वाहन से उतर जाने को कहा जाता है। कोविड गाइड लाइन का पालन नहीं होने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।